अररिया : जिले में जल स्रोतों के विकास व जल सरंक्षण के उपायों पर अमल को ले जिला प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। इसके तहत 436 नये तालाबों का निर्माण किया जा रहा है। फिलहाल 132 का निर्माण प्रारंभ है। वहीं, ऐतिहासिक महत्व के तालाबों को चिंहित कर उन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना भी बनाई जा रही है। जिलाधिकारी एम सरवणन ने बताया कि जल संरक्षण के प्रति दैनिक जागरण की पहल बेहद रचनात्मक है और प्रशासन ने जिले के सभी 218 पंचायतों में प्रति पंचायत दो की दर से कुल 436 नये तालाबों के निर्माण का निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि जिले मे पुराने सरकारी तालाबों व जलकरों की संख्या भी अच्छी खासी है। इनमें से कुछ चिंहित जलाशयों के संरक्षण व उन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना भी बनायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि अगले एक डेढ़ माह में सभी तालाबों का निर्माण पूरा कर लिया जाना है। इसके तहत नरेगा के अंतर्गत 132 तालाबों का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है।
उन्होंने बताया कि अररिया पानी के मामले में किस्मत वाला इलाका है, लेकिन इस पानी के संरक्षण के उपाय जरूरी हैं। प्रशासन द्वारा पंचायतों में तालाबों के निर्माण के पीछे यही मंशा है। डीएम ने बताया कि इन तालाबों के बन जाने से न केवल लीन सीजन में पटवन के लिए पानी मिलेगा, बल्कि मछली व बत्तख पालन जैसी गतिविधियों का भी विकास किया जा सकेगा।
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