Monday, May 7, 2012

वृक्ष हो रहे गायब, हरियाली संकट में


नरपतगंज (अररिया)  : मनरेगा योजना के तहत संचालित वृक्षारोपण योजना विभागीय उदासीनता के कारण धरातल पर दम तोड़ चुकी है।
पूर्व में नहरों व सड़कों किनारे शीशम के वृक्ष लगभग समाप्त हो चुके है। भूकंप के लिए अति संवेदनशील माने जाने और हमेशा बाढ़ के खतरा से मंडराने वाले इस क्षेत्र के लिए वन विभाग के कर्मचारियों को कोई मतलब नही है। विगत माह एनएच 57 से सटे नरपतगंज बाजार के आस पास लाखों की वृक्ष कटे। कटे वृक्ष के मोटे-मोटे टहनियां कहां गई चर्चा का विषय बना रहा। वहीं बिना एनओसी प्रमाण पत्र लिए वनकर्मियों द्वारा मध्य व उच्च विद्यालय के अंदर वृक्षों की कटाई कर ली गई।
मध्य विद्यालय के वृक्षों को कर्मी उठा ले गए। वहीं उच्च वही उच्च विद्यालय के कटे वृक्ष को स्थानीय विधायक द्वारा रोक दिया गया। मामला उठा और दबा भी। वृक्षारोपण के भले ही प्रखंड क्षेत्र में वन क्षेत्र नही है लेकिन नहरों किनारे पेड़ लगा पर्यावरण का बचाया जा सकता है। वृक्ष न लगाना व वृक्षों व वृक्षों की अवैध कटाई, गैर कानूनी आरा मील की अगर स्थिति यही रही तो क्षेत्र से हरियाली समाप्त हो जायेगी। जो विनाश का बहुत बड़ा कारक बन सकती है।

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