अररिया : अपर जिला सत्र न्यायाधीश युसीे मिश्रा के आवास पर होमगार्ड जवान सुरेश साह की मौत का राज आज भी बरकरार है। घटना के डेढ़ माह बाद भी अटकलों का बाजार गर्म है और लोग कयासों के बीच लोग मौत के कारण तलाश रहे हैं। दूसरी ओर इतने दिनों बाद भी रहस्य का पर्दाफाश नहीं होने से आक्रोशित होमगार्ड जवान एक बार फिर आंदोलन के मूड में में हैं। 10 मई को संघ सदस्यों ने इस संबंध में बैठक कर आगामी आंदोलन की रणनीति पर विचार-विमर्श करने का निर्णय लिया है। मृतक के परिजन एवं संघ के जिलाध्यक्ष अभय कुमार झा बबलू का आरोप है कि जांच के नाम पर पुलिस मामले को भरमाने में लगी है। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस चाहती तो फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आ जाती। ज्ञात हो कि बीते 21 मार्च को होम गार्ड जवान गंभीर रूप से घायल होकर आवास पर पड़े थे। सूचना मिलते हीं एडीजे स्वयं अपनी गाड़ी से जवान को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गयी। मौत के बाद दर्जनों लोगों के बीच स्वयं एडीजे श्री मिश्रा ने कहा था कि छत से गिरकर जवान घायल हो गये और कुछ देर में ही उनकी मौत हो गयी। यही सूचना श्री मिश्रा ने एसपी शिवदीप लांडे को दी। दूसरे दिन डीआईजी अमित कुमार ने आवास पर जांच करने के बाद खुलासा किया था कि जवान की मौत छत से गिरकर नहीं हुई है। इसके बाद डीआईजी श्री कुमार ने इस मामले की जांच फोरेंसिक टीम से भी करायी। श्री कुमार ने यह भी बताया था कि एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट आते हीं मौत के रहस्य पर से पर्दा उठ जायेगा। लेकिन डेढ़ माह बीत जाने के बाद जांच रिपोर्ट अररिया नहीं पहुंच पायी है। इस संबंध में एसपी श्री लांडे ने भी कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं कि जांच रिपोर्ट आने के साथ ही मामले का उद्भेदन कर दिया जायेगा। इधर मामले में एडीजे आवास पर तैनात दूसरे होमगार्ड के जवान के गायब होने से नया मोड़ आ गया है। बता दें कि एसपी ने होमगार्ड के कंपनी कंमाडर गुलाम सरवार को उक्त जवान को त्वरित बुलाने का निर्देश दिया था। एसपी के निर्देशों का पालन तो किया गया लेकिन वह जवान कहां है इसकी जानकारी होमगार्ड विभाग को भी नहीं है।
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