Monday, February 14, 2011

मनरेगा: 90 लाख डकारने की थी तैयारी, डीएम ने जांच के दौरान पकड़ा


अररिया : तू डाल-डाल तो मैं पात-पात वाली कहावत जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना पर खूब चरितार्थ हो रही है। मनरेगा में गड़बड़ी रोकने व सफलता को ले सरकार रोज नये नये कानून बना रही है, लेकिन अधिकारी हम नहीं सुधरेंगे के तर्ज पर कार्य करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मनरेगा योजनांतर्गत चौकता मामले में गडबड़ी को ले सरकार ने यहां के डीडीसी उदय कुमार सिंह को निलंबित तक कर दिया। बावजूद अररिया में लूट संस्कृति हावी है। यहा नियमों को ताक पर रख कर मनरेगा की करीब एक दर्जन योजनाओं को बिना स्थल निरीक्षण के ही तकनीकी स्वीकृति दे दी गई है। इतना ही नहीं विभागीय अभियंता के रहते उक्त योजनाओं का प्राक्कलन दूसरे विभाग के अभियंता से तैयार कराया गया है। जिलाधिकारी सह मनरेगा के जिला समन्वयक एम. सरवणन ने प्राक्कलन की क्रास चेकिंग के दौरान ये अनियमितता पकड़ी है। साफ है कि इन योजनाओं के नाम पर 90 लाख की राशि लूटने की साजिश चल रही थी।
जानकारी के अनुसार जिला परिषद में अभियंताओं की नियुक्ति के बावजूद मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2010-11 की योजनाओं का प्राक्कलन ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल-2 के अभियंता से तैयार कराया। इतना ही नहीं प्राक्कलन तैयार कर संबंधित ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल-2 के कनीय, सहायक व कार्यपालक अभियंता द्वारा तकनीकी स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई। लेकिन जब जिलाधिकारी सह मनरेगा के जिला समन्वयक एम. सरवणन ने क्रास चेकिंग की तो यह मामला प्रकाश में आया है। इधर प्रभारी डीडीसी सह डीआरडीए निदेशक जफर रकीब ने बताया कि डीएम के निर्देशानुसार पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
करीब दर्जन भर योजनाओं को बिना स्थल निरीक्षण के ही तकनीकी स्वीकृति प्रदान की गई है। जबकि मनरेगा सेल के इंजीनियर सुरेश प्रसाद सिंह ने स्पष्ट किया है कि उनमें से नौ योजनाएं ऐसी हैं जो जनहित में हैं ही नहीं। उधर, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल-2 के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार का कहना है कि जेई व एई के रिपोर्ट पर मैंने टीएस किया है। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी स्वीकृति देने समय एक-एक योजनाओं का स्थल देखना संभव नहीं है।
उक्त योजनाओं में नरपतगंज प्रखंड के फतेहपुर में तालाब जीर्णोद्धार कार्य, फारबिसगंज के मझुआ पंचायत के चिरान व आरसीसी, मिर्जापुर में पोखर निर्माण, अमौना में परमान नदी तटबंध निर्माण, सिकटी के सतवेड़ स्कूल मोड़ से कुर्साकांटा प्रखंड तक वाली सड़क में सड़क व आरसीसी, पलासी के पलासी मदनपुर भंगोरा से अररिया प्रखंड सीमा तक सड़क मरम्मत व ईट सोलिंग, जोकीहाट के पिपरा में बाढ़ सुरक्षा बांध व प्रसादपुर के घोड़मारा में सड़क निर्माण कार्य शामिल हैं।

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