अररिया, : जिले के विभिन्न स्थानों पर चल रहे तकरीबन छह सौ ट्रैक्टर ऐसे हैं, जिन्हें जमीन के फर्जी कागजातों के सहारे बैंकों से उठाया गया है। यह बात पुलिस द्वारा पलासी में गिरफ्तार बैंक दलाल के स्वीकारोक्ति बयान से पता चला है। एसपी शिवदीप लांडे ने इसकी जानकारी की पुष्टि करते हुए बताया कि मामला बेहद गंभीर है तथा उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी देते हुए कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि सोमवार को पलासी में गिरफ्तार बैंक दलाल के बयान पर हुई जांच में कई सनसनीखेज जानकारियां प्राप्त हुई हैं। बिचौलियों, दलालों व कुछ भ्रष्ट बैंक कर्मियों ने मिलकर बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर केसीसी व ट्रैक्टर ऋण की स्वीकृति व निकासी करवायी तथा उसे हड़प लिया। उन्होंने कहा कि अब तक मिली सूचना के अनुसार जिले में लगभग छह सौ ट्रैक्टर ऐसे हैं, जिनकी निकासी फर्जी जमीन कागजात के सहारे की गयी है। मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। एसपी ने कहा कि जिले के विभिन्न शहरों व गांवों में कार्यरत एक दर्जन बैंक संदेह के दायरे में हैं, जल्द ही उनके दस्तावेजों की सघन जांच की जायेगी। इस क्रम में उन्होंने जिला मुख्यालय स्थित आधा दर्जन बैंक शाखा सहित उरलाहा, मैना, गैरकी आदि गांवों में कार्यरत बैंकों का नाम लिया। एसपी ने बताया कि पुलिस वर्ष 2005 से 2012 के बीच ऋण निकासी की सघन जांच करेगी।
इस महाघोटाले का खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि ट्रैक्टरों की निकासी या तो सीधे जमीन के फर्जी कागजातों के आधार पर की गयी या फिर उन्हीं फर्जी दस्तावेजों की मदद से केसीसी ऋण लेकर ट्रैक्टर उठाया गया। इसमें दलालों व कुछ भ्रष्ट बैंक अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसपी के मुताबिक पुलिस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को सरकारी गवाह बनाकर असल घोटालेबाजों तक पंहुचना चाहती है। जल्द ही इस दिशा में आगे की कार्रवाई की जायेगी।
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