भरगामा (अररिया) : भवन के अभाव में प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में नामांकित बच्चे चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी में भी पढ़ने को विवश हैं। जानकारी के अनुसार प्रखंड में कुल संचालित विद्यालयों की सं. 154 है। जिसमें उच्च विद्यालय 6, मध्य वि. 61 शेष प्राथमिक एवं नवसृजित विद्यालय है। जिसमें भवन हीन विद्यालय, नवसृजित वि., गोढ़ीयारी टोला महथावा, नवसृजित वि. हरीनंदन टोला खजुरी, न.प्रा.वि. जार्मुआन ठाकुर टोला, न. प्रा. वि. आनंदनगर खजुरी, नप्रावि राम टोला भरगामा न. प्रा. वि. बेचन यादव टोला मानुलहपट्टी, न.प्रा. वि. नया नगर विषहरिया, विजेन्द्र यादव टोला लक्ष्मीपुर, नप्रावि. पैकपार, न.प्रा. वि. विजय रक्षित टोला, न.प्रा.वि. एतवारी महतो टोला, नवसृजित प्रा. विद्यालय सिरसिया मुसहरी बाग नगर टोला है। चिलचिलाती धूप में विद्यालय के नामांकित बच्चों में सुमन ऋषि, अमन कुमार, पूनम कुमारी का कहना है विगत कई वर्षो से कड़ाके की ठंड हो या चिलचिलाती धूप हम सभी बच्चे ससमय विद्यालय पहुंचकर पढ़ते हैं।
भवन हीन विद्यालय के प्रधानाध्यापक का कथन:
नवसृजित प्रा. वि. गोढ़ीयारी टोला महथावा के प्रधान छेदी पासवान का कहना है कि विद्यालय में नामांकित कुल बच्चों की सं. 140 है। जो मुसहर, गोढ़ी एवं अन्य जाति के है। इस जंगल में विद्यालय निर्माण के बाद से अकेले पढ़ाना मेरी विवशता है। कभी-कभी जंगल से सर्प भी निकलता है। यहां गंदगी रहने के कारण बदबू आती रहती है। फिर भी बच्चे विद्यालय ससमय चले आते हैं। पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है विद्यालय में जमीन कोई देना नही चाहता है। अगर कोई जमीन देने को तैयार भी होता है तो कार्यालय का चक्कर लगाने से डरते है। ग्रामीणों का कहना है एक तो जमीन विद्यालय में दान करो। दूसरी कार्यालय का चक्कर लगाओ।
क्या कहते हें बीईओ:
प्रखंड शिक्षा पदा. भरगामा राधेय सिंह का कहना है भवनहीन वही विद्यालय है जिसको अपनी जमीन नही है। इस संदर्भ में भी विभा प्रयासरत है।
जबकि कुछ मामले ऐसे बताये जा रहे हैं। विद्यालय प्रधान द्वारा भवन निर्माण की राशि की पुरी निकासी वर्षो पूर्व कर ली गई है। भवन निर्माण आधा-अधूरा पड़ा है।
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