बसैटी (अररिया) : आपस में जमीन के एक छोटे टुकड़े के लिए दो पक्षों के चल रहे बिगाड़ के दैत्य पर आखिरकार ईमान का ईश्वर हावी हो गया। पंचों ने बसैटी में दो पक्षों के बीच दशकों से चल रहे भूमि विवाद को मिनटों में निबटा दिया।
रानीगंज प्रखंड की ग्राम कचहरी बसैटी के सरपंच पूनम देवी की पहल पर रविवार को 28 साल पुराने जमीन संबंधी विवाद को आपसी समझौते के आधार पर निष्पादित कर दिया गया। इस फैसले ने चाचा-भतीजे व अन्य संबंधियों के बीच चल रही कटुता को मिटा कर आपसी संबंधों को मधुर बना दिया। इस पंचायत में जन प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी आदि शामिल थे।
सरपंच पूनम देवी ने बताया कि प्रथम पक्ष कादीर अंसारी द्वितीय पक्ष शरीफ अंसारी जब्बार अंसारी व वगैरह के बीच जमीन के दखल व कब्जा को लेकर 1984 ई. से विवाद चल रहा था। एक दूसरे के दुख-सूख में शामिल होना तो दूर एक दूसरे को देखना तक नही चाहते थे। दो माह पूर्व मो. कादीर अंसारी द्वारा अपने भतीजे एवं संबंधियों के विरुद्ध एक लिखित आवेदन ग्राम कचहरी को दिया गया था। ग्राम कचहरी की ओर से सभी पक्षकारों को सूचना के माध्यम बुलवाकर सुना गया। पक्षकारों के सहमति से पंचों का गठन कर विवादित जमीन का रजिस्ट्री केवाला, दखल कब्जा तथा पूर्व के समझौता सहित अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श करने के उपरांत विवादित जमीन के स्थल कर सुनाया गया। जिसे सभी पक्षकारों ने राजी खुशी से स्वीकार किया तथा एक दूसरे के गले मिलकर सारी रंजिशें भुला दी।
वहीं, जमींदार सुरेन्द्र विश्वास ने पक्षकारों को गले मिलते देख जमीन के उस प्लाट में बची आधा डि. जमीन अपनी मर्जी से रास्ते के लिये दान में दे दी। इस बैठक में जहांगीर अंसारी, झावों चौधरी, दिनेश पासवान, मो. जाबीर अंसारी, मो. सिराज, ग्राम कचहरी सचिव साजिया तब्स्सूम, उपसरपंच अवधेश कुमार सहित अन्य बुद्धिजीवी व जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
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