Tuesday, May 29, 2012

विद्यालय पहुंचकर एसपी ने की पीड़ित छात्र से पूछताछ



फारबिसगंज(अररिया) : निजी विद्यालय के निदेशक पर छात्रावास के 12 वर्षीय छात्र के साथ अप्राकृतिक यौनाचार के आरोप के मामले में अररिया एसपी शिवदीप लांडे ने विद्यालय पहुंचकर जांच शुरू की। शहर के मार्केटिंग यार्ड के समीप स्थित माया पब्लिक स्कूल नामक विद्यालय परिसर में एसपी ने पीड़ित वर्ग पांच के छात्र सोनू काल्पनिक नाम से पूछताछ की। इस दौरान विद्यालय का कार्यालय बंद था तथा सूचना पट्ट पर दिनांक 24 मई से 14 जून तक स्कूल में गर्मी की छुट्टी लिखी गयी है। जबकि आरोपी निदेशक जेएन झा फरार पाये गये। स्कूल के चार शिक्षकों राहुल कुमार, प्रदीप कुमार, गिरजानंद मिश्र तथा रंजीत कुमार से पुलिस ने घटना के संदर्भ में पूछताछ की। आवासीय विद्यालय परिसर में रहने वाले निदेशक श्री झा के परिजनों से भी पूछताछ की गयी। पीड़ित छात्र सोनू के पिता कुशमाहा गांव निवासी मनोज केसरी तथा उसकी मां से जानकारियां ली गयी। एसपी ने छात्रावास में रहने वाले करीब एक दर्जन छोटे छोटे बच्चों से भी एसपी ने पूछताछ की। एसपी श्री लांडे ने फारबिसगंज एसडीपीओ विकास कुमार, मामले के अनुसंधानकर्ता राजन कुमार के साथ निदेशक के परिसर स्थित आवास में भी छानबीन की। इससे पूर्व पीड़ित छात्र सोनू का मेडिकल जांच फारबिसगंज रेफरल अस्पताल में कराया गया। जहां सेंपल लेकर कुछ अन्य जांच हेतु बाहर भेजने की बात कही गयी है। एसपी श्री लांडे ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आरोपी जेएन झा की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जायेगी। मालूम हो कि विद्यालय छात्रावास में रहने वाले वर्ग पांच के छात्र ने विद्यालय के निदेशक जेएन झा पर इस माह में कई बार दुष्कर्म करने का गंभीर आरोप लगाया था जिसके बाद सोनू के पिता मनोज केसरी ने फारबिसगंज थाना में सोमवार को निदेशक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इधर एसपी ने कहा कि श्री झा सरकारी विद्यालय में शिक्षक भी है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। एसपी के अनुसार पीड़ित छात्र ने जो आरोप लगाया है वह प्रथम दृष्टतया सही प्रतीत होता है। बावजूद इसके मेडिकल रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। इधर आरोपी निदेशक श्री झा ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए इसे बदनाम करने की साजिश बताया है। पुलिस पदाधिकारियों द्वारा जांच कर निकलने के बाद विद्यालय के सामने जुटी भीड़ में से कुछ लोगों ने हो हंगामा भी किया। हालांकि पुलिस जवानों के दोबारा पहुंच जाने के बाद मामला शांत हुआ।

0 comments:

Post a Comment