रानीगंज (अररिया) : तेज रफ्तार एक बार फिर बनी कातिल। सोमवार की सुबह कालाबलुआ हीरानगर के समीप सड़क हादसे में तीन की मौत का कारण वाहनों की अनियंत्रित व तेज गति को ही माना जा रहा है। रानीगंज होकर गुजरने वाली राज्य उच्च पथ संख्या 76 एवं 77 के बनते हीं उसपर क्षमता से अधिक भार लेकर चलने वाले वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही हैं। यातायात नियमों की अनदेखी कर वाहन चालक गंतव्य तक पहुंचने के लिए तेज रफ्तार का सहारा ले रहे हैं। वहीं, बेलगाम वाहनों के चपेट में आने वाले की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हालांकि सड़क बनाने वाली कंपनी ने जगह-जगह गति सीमा का बोर्ड लगाया है तथा सड़कों पर डिवाइडर का भी अंकित किया है। परंतु कोई वाहन इसके अनुरूप नहीं चलता। वहीं सूत्रों की मानें तो तेज रफ्तार से चलाने वाले अधिकांश चालकों के पास लाइसेंस भी नहीं होता।
घटनास्थल के इर्द-गिर्द के कई ग्रामीणों का मानना है जब तक वाहनों के गति पर नियंत्रण नही लगाया जायेगा और जब तक यातायात नियमों का पालन चालक नहीं करेंगे तब तक सड़क दुर्घटना पर अंकुश नही लगेगा।
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