Tuesday, May 29, 2012

अपहृत छात्र संतोष एवं मोनू की हत्या की थी योजना

अररिया : कहलगांव से अपहृत छात्र संतोष कुमार जायसवाल एवं साहेबगंज के मोनू कुमार की हत्या की योजना थी। दो-तीन दिन में ही दोनों की हत्या होने वाली थी। दोनों छात्रों की हत्या के बाद उसके शव को नेपाल में फेंकने की योजना थी। शायद इसलिये गिरोह के सदस्य नेपाल भागने की तैयारी में थे। यह खुलासा अररिया पुलिस के समक्ष विवेक एवं बंटी ने स्वीकार किया कि संतोष के घर में पप्पू बहुत दिनों तक भाड़ा पर रहा था। पप्पू संतोष को बचाने के चक्कर में था। लेकिन पूर्णिया से गिरफ्तार हुये जमशेद आरिफ एवं फरार सिकंदर इस बात को लेकर पप्पू का विरोध कर रहे थे। पप्पू ने पुलिस को बताया कि किसी भी छात्र की हत्या करने के लिये सिकंदर ही हथियार लाता था। सिकंदर को डर था कि यदि संतोष को रिहा कर दिया जाता है तो वह जल्द ही उनके गिरोह का भंडाफोड़ कर देगा। फिर सभी लोग पुलिस गिरफ्त में आ जायेंगे। लेकिन पप्पू संतोष की हत्या के पक्ष में नहीं था। अररिया आने के बाद पप्पू ने संतोष से फोन कराकर फिरौती की रकम नहीं चुकाने के लिये भी कहा था। सदस्यों ने खुलासा कि कटिहार में रहने के दौरान सिकंदर, आरिफ, जमशेद एवं पप्पू के बीच इसी बात को लेकर अनबन भी हुई थी। इसी अनबन के बाद वे लोग नेपाल जाने की तैयारी में था।

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