अररिया : नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा है कि किसी वस्तु का अभाव उसके कम उत्पादन से नहीं बल्कि उसके दोषपूर्ण वितरण व व्यवस्था की खामियों की वजह से अधिक होता है। अररिया में बिजली की बदहाली के पीछे यह सिद्धांत पूरी तरह सही प्रतीत होता है।
जर्जर कंडक्शन लाइन, लोड से हांफते पावर ट्रांसफार्मर तथा संसाधनहीन बिजली विभाग के कारण अररिया के लोग बिजली रहते हुए भी बिजली से वंचित रहते हैं। आंकड़े इस बात को प्रमाणित करते हैं कि अररिया के पावर सब स्टेशन को जितने घंटे बिजली सप्लाई मिली, औसतन उसका आधा ही उपभोक्ताओं को मिल सका।
विभागीय अधिकारी का पक्ष:
अररिया के सहायक विद्युत अभियंता
मनोज कुमार रजक के मुताबिक सब स्टेशन का पावर ट्रांसफार्मर ओवर लोडेड है तथा स्टाफ की कमी भी एक समस्या है। इस वक्त सब स्टेशन में पांच एमवीए का एक तथा 3.15 एमवीए के दो पावर ट्रांसफार्मर हैं। इनकी क्षमता बढ़ा कर क्रमश: दस व पांच करने की जरूरत है। कम क्षमता के होने के कारण पावर ट्रांसफार्मर लोड नहीं उठाते हैं तथा किसी न किसी फीडर को काट कर सप्लाई चलानी पड़ती है।
बाक्स:
अररिया में बिजली सप्लाई व वितरण की स्थिति:
तिथि सबस्टेशन को मिला उपभोक्ता को मिला
30 मई 19 घंटा 13 घंटा
31 मई 16.5 घंटा 10.5घंटा
01 जून 10 घंटा 3.2 घंटा
02 जून 20 घंटा 9.5 घंटा
03 जून 21.3घंटा 17.4घंटा
04 जून 15 घंटा 13.2घंटा
बाक्स:
फोटो - 05 एआरआर 3
कैप्शन- सांसद प्रदीप कुमार सिंह
बिजली विभाग की लापरवाही से हो रही गड़बड़ी: सांसद
क्रासर-मंत्री व चेयरमैन से करेंगे बात, दोषियों पर होगी कार्रवाई
अररिया, जाप्र: अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा है कि अररिया जिले को जितनी बिजली मिलती है उतनी उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचना चिंता की बात है।
उन्होंने कहा कि ऐसा बिजली विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण हो रहा है। अगर कोई तकनीकी दिक्कत है तो वे बताते क्यों नहीं ताकि बिजली बोर्ड के अध्यक्ष तथा बिजली मंत्री से बात कर जरूरी सामान मंगवाया जा सके?
सांसद श्री सिंह ने कहा कि कई जगहों पर बिजली की चोरी भी की जा रही है। इसके लिए टास्क फोर्स का गठन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अररिया में बिजली आपूर्ति व वितरण व्यवस्था की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को चिंहित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।
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