Wednesday, June 6, 2012

लगना था सिंटैक्स, लग गया मिनटैक्स


अररिया : बच्चों की प्यास बुझाने के लिए विद्यालयों में सिंटैक्स पानी टैंक लगना था। परंतु अधिकांश विद्यालयों में इसके नाम पर घटिया पानी टैंक लगा दिया गया। इस पूरी योजना में विद्यालय शिक्षा समिति मूकदर्शक बनी रही और रुपये का बंदरबांट होता रहा।
जानकारी के अनुसार जिले में एमएसडीपी योजना के मद से विद्यालयों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की योजना में गड़बड़ियां ही गड़बड़ियां रही। वित्तीय वर्ष 2010-11 में विद्यालयों में शुद्ध पेयजल के लिए 372 विद्यालयों में टेरा फिल्टर लगाने की योजना एमएसडीपी के तहत बनी। सर्व शिक्षा परियोजना द्वारा इस योजना के तहत प्रति विद्यालय 33 हजार रुपये विद्यालय शिक्षा समिति को दिए गये। विद्यालय शिक्षा समिति को इन रुपये से पानी टैंक, टेरा फिल्टर, पाइप सहित अन्य सामग्री की खरीदना था। परंतु सर्व शिक्षा अभियान अररिया के चहेते एक व्यक्ति द्वारा विद्यालयों में घटिया टेरा फिल्टर और पानी टैंक की आपूर्ति कर दी गयी। स्थिति यह रही कि कई स्थानों पर आज तक टैंक में पानी नहीं पहुंच पाया। कुछेक विद्यालयों को छोड़कर यह फिल्टर अपनी उपयोगिता साबित करने में अक्षम रहा। जबकि कई ऐसे विद्यालय भी हैं जहां आज तक बच्चों को आज तक इसके दर्शन ही नहीं हुए। बताते हैं कि अररिया नप अंतर्गत उमवि रहिका टोला में टेरा फिल्टर गायब हैं। बताया जाता है कि चोरी होने के बाद अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई। प्रावि जमुआ में टेरा फिल्टर लगा या नहीं इसकी सूचना कहीं नहीं है। नरपतगंज के मवि फतेहपुर, मवि फतेहपुर पिठौरा में टेरा फिल्टर बंद है। उमवि बेला में भी यही स्थिति है। वहीं उमवि नाथपुर कुर्मी टोला में टेरा फिल्टर की राशि आज तक स्कूल को नहीं मिली है। यह कुछ ऐसे स्कूलों का उदाहरण हैं जहां टेरा फिल्टर के नाम पर गड़बड़ियां हुई है।

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