अररिया : फारबिसगंज के भजनपुर गोलीकांड के एक वर्ष पूरे होने के मौके पर रविवार को टाउन हाल अररिया में श्रद्धांजलि सभा सह विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अनहद स्वयं सेवी संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी बोलीं कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पीड़ितों को न्याय मिलना तो दूर न्याय से वंचित रखने का काम किया गया। आज तक मृतक के परिजन को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिल पाई है। कांग्रेसी नेता डा. शकील अहमद खां ने कहा कि बिहार सरकार इस पूरे प्रकरण में संवेदनहीन बनी हुई है। सरकार ने जांच के लिए जस्टिस माधवेन्द्र शरण की अध्यक्षता में गठित जांच आयोग भी न्याय दिलाने में लचर दिखती है। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता रूपेश, अरशद अजमल एवं अनवरी खातुन ने कहा कि पीड़ित पर समझौता के लिए दबाव बनाया जा रहा है। घटना के एक वर्ष तक सन्नाटों का मंजर कोई देखने नही आया। बिहार सरकार एक सोची समझी राजनीति के तहत भाजपा एवं आारएसएस के दवाब में पीड़ितों को इंसाफ नहीं दिया। अनहद ने अपनी पांच सूत्री मांगें पेश की। जिसमें भजनपुर गोली कांड की सीबीआई जांच, पीडि़त परिवार को मुआवजा, पीडि़त परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी, इंदिरा आवास एवं दोषी पुलिस कर्मी के निलंबित करने की मांग शामिल है। कार्यक्रम का संचालन मो. दैयान ने किया। मौके पर ओवेश यासीन, आबिद अंसारी, मजहरूल हक आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
Monday, June 4, 2012
भजनपुर गोलीकांड के एक वर्ष पूरा होने पर कार्यक्रम
अररिया : फारबिसगंज के भजनपुर गोलीकांड के एक वर्ष पूरे होने के मौके पर रविवार को टाउन हाल अररिया में श्रद्धांजलि सभा सह विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। अनहद स्वयं सेवी संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी बोलीं कि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पीड़ितों को न्याय मिलना तो दूर न्याय से वंचित रखने का काम किया गया। आज तक मृतक के परिजन को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिल पाई है। कांग्रेसी नेता डा. शकील अहमद खां ने कहा कि बिहार सरकार इस पूरे प्रकरण में संवेदनहीन बनी हुई है। सरकार ने जांच के लिए जस्टिस माधवेन्द्र शरण की अध्यक्षता में गठित जांच आयोग भी न्याय दिलाने में लचर दिखती है। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता रूपेश, अरशद अजमल एवं अनवरी खातुन ने कहा कि पीड़ित पर समझौता के लिए दबाव बनाया जा रहा है। घटना के एक वर्ष तक सन्नाटों का मंजर कोई देखने नही आया। बिहार सरकार एक सोची समझी राजनीति के तहत भाजपा एवं आारएसएस के दवाब में पीड़ितों को इंसाफ नहीं दिया। अनहद ने अपनी पांच सूत्री मांगें पेश की। जिसमें भजनपुर गोली कांड की सीबीआई जांच, पीडि़त परिवार को मुआवजा, पीडि़त परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी, इंदिरा आवास एवं दोषी पुलिस कर्मी के निलंबित करने की मांग शामिल है। कार्यक्रम का संचालन मो. दैयान ने किया। मौके पर ओवेश यासीन, आबिद अंसारी, मजहरूल हक आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment