बथनाहा (अररिया) : उचित देखभाल व मरम्मत के अभाव में बथनाहा स्थित सिंचाई प्रमंडल कार्यालय का भवन जर्जर हो कर भूतबंगले की शक्ल ले चुका है। सिंचाई कर्मी व अधिकारी इस उजड़े भवन में हीं कार्य करने को विवश हैं।
भवन की दुर्दशा का आलम यह है कि तमाम खिड़कियों के पल्ले तक नही है। वहीं बारिस के पानी में भींग कर कार्यालय में रखे आवश्यक अभिलेख आदि खराब हो चुका है। हालांकि कार्यालय भवन की जर्जर स्थिति से कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी गणों भी काफी घुटन एवं विभाग के प्रति खासी नाराजगी है। कार्यालय कर्मी निर्मल सिन्हा, विनोद यादव, महेन्द्र पौद्दार, अब्दुल कुद्दुस, मृत्युंजय कुमार आदि ने बताया कि आवश्यक रख-रखाव के अभाव में छत का सिलिंग तो बहुत पहले ही उजड़ चुका था। उसपर 12 अप्रैल 2011 को क्षेत्र में हुयी भारी ओलावृष्टि ने समूचे एलबेस्टर को दर्जनों स्थान पर तोड़ डाला है। जिससे एलबेस्टर में काफी बड़े-बड़े छेद हो चुके हैं। जिससे होकर पिछले वर्ष बारिस में कार्यालय के अंदर पानी गिरने से जहां एक ओर कार्य करना मुश्किल हो गया वहीं कार्यालय में रखे अभिलेख भी भींगने से खराब हो रहे हैं। इस बाबत पूछे जाने पर सिंचाई प्रमंडल कार्यालय बथनाहा के सहायक अभियंता लक्ष्मण कुमार ने बताया कि बथनाहा स्थित कार्यालय एवं आवासीय परिसर के रखरखाव एवं देखभाल की जिम्मेदारी बीरपुर डिविजन के अधीन है। सहायक अभियंता ने बताया कि हालांकि पिछले वर्ष आवासीय परिसर के मरम्मती करण का कार्य ग्लोबल टेंडर के तहत किया गया है। मगर उसमें कार्यालय के भवन के मरम्मति करण का टेंडर नही हो पाया था। उन्होंने बताया कि इस बाबत विभाग को लिखित सूचना कई बार दी जा चुकी है तथा करीब 7-8 महीना पूर्व पटना से आयी अभियंताओं की टीम कार्यालय भवन की जर्जर स्थिति का निरीक्षण करके भी गयी है। मगर अभी तक उसका कोई सकारात्मक परिणाम नही निकल पाया है।
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