Thursday, April 5, 2012

लड़कियों में बढ़ी शिक्षा की ललक

बसैटी (अररिया), : कभी पर्दा प्रथा के कारण लड़कियों को विद्यालय जाना तो दूर घर से निकलना मुश्किल था। परंतु आज शिक्षा की बढ़ती ललक ने रानीगंज के सदूर ग्रामीण क्षेत्रों सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन 10-15 किमी दूर पैदल व साइकिल से छात्राएं हांसा उच्च विद्यालय व रानीगंज पढ़ने जाती हैं। बसैटी, बौसी, फरकिया पंचायत की छात्रा अस्मत, नेहा, प्रीति कुमारी कहती है कि हमारे गांव उच्च विद्यालय नही है जिस कारण हमलोगों को प्रतिदिन हांसा विद्यालय जाना पड़ता है। हालांकि रोजाना जाने से थक जाते हैं। घर में पढ़ाई नही कर पाते हैं। अब मरे अभिभावक भी विद्यालय जाने से नही रोकते हैं परंतु इतनी दूर जाने पर थोड़े चिंतित जरूर रहते हैं। वहीं सेवानिवृत प्रधानाध्यापिका मदीना खातुन कहती है कि अभी के दौड़ में सभी अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं परंतु 1960 के दशक में केवल गिने चुने लोग ही अपनी बच्चियों को पढ़ाते थे। पर्दा प्रथा आम थी। बदलते समाज की इस सोच एवं सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण रोल अदा कर रही है। आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़के से पीछे नही है। वहीं प्रखंड शिक्षा प्रसाद पदाधिकारी अनिरुद्ध प्रसाद मंडल भी स्वीकार करते हैं क विद्यालयों में छात्राएं की संख्या अधिक देखी जा रही है। ज्ञात हो कि बसैटी, बौसी, फरकिया, धोबिनियां, घघरी, मझुआ पूरब, पहुंसरा आदि पंचायतों के एक भी उ. विद्यालय नहीं रहने के कारण यहां की छात्रा हांसा व रानीगंज पढ़ने जाती है।

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