Monday, January 31, 2011

डेहटी पैक्स: बैंकों की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल


अररिया : करोड़ों रुपये के डेहटी पैक्स घोटाले में कई बैंकों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ रही है। पलासी थाने में दर्ज सात प्राथमिकी में विभिन्न बैंकों की आठ शाखाओं को नामित किया गया है। इन शाखाओं में कथित रूप से फर्जी चेक जमा निकासी का धंधा धड़ल्ले से हुआ बताया जाता है।
पलासी थाने में शनिवार को दर्ज प्राथमिकी में स्टेट बैंक की मैना व कनखुदिया शाखा, सेंट्रल बैंक पलासी, बैंक आफ बड़ौदा अररिया व तारण, कोआपरेटिव बैंक की अररिया व फारबिसगंज शाखा तथा पंजाब नेशनल बैंक की फारबिसगंज शाखा का यह कह कर उल्लेख है कि इन शाखाओं के माध्यम से ही फर्जी चेक को जमा व रुपयों की निकासी का काम किया गया।
सूत्रों की मानें तो विभिन्न सरकारी योजनाओं का पैसा अधिकारियों को पीसी देकर या अन्य उपायों से डेहटी पैक्स में जमा करवाया गया। फिर उस पैसे को मनचाहे तरीके से इस्तेमाल किया गया। इस दौरान योजनाओं के लाभुक अगर पैसा मांगते थे तो उन्हें बहाना बना कर टरका दिया जाता था। पैक्स में पैसों का फ्लो बनाये रखने के लिये ड्राफ्ट का धंधा भी किया जाता था। अधिकतर ड्राफ्ट इन्हीं बैंक शाखाओं से निर्गत बताये जाते हैं। ड्राफ्ट के लिये पैसों की उगाही पेट्रोल पंपों से भी की जाती थी।
विदित हो कि फर्जी तरीके से चेक जमा व निकासी करने के आरोप में एक पेट्रोल पंप कर्मी सलाखों के पीछे भी जा चुका हैं। ताजा मामले में भी वे आरोपी हैं।

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