अररिया : लापरवाही बरतने वाले मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारियों पर बुधवार को गाज गिरा है। मनरेगा के कार्यो में ढिलाई बरतने के कारण जहां दो पीओ का अनुबंध रद्द करते हुए बर्खास्तगी की अनुशंसा की गई वहीं एक पीओ के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। जबकि एक पीओ से स्पष्टीकरण पूछा गया है।
दरअसल बुधवार को समाहरणालय स्थित आत्मन कक्ष में मनरेगा योजना की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी एम. सरवणन ने की। मौके पर एमआईएस इंट्री की प्रखंड वार समीक्षा के दौरान नरपतगंज तथा रानीगंज प्रखंड में इंट्री की खस्ताहालत पर डीएम बिफर पड़े। उन्होंने फौरन ही सरकारी आदेश के बावजूद 22 अप्रैल तक एमआईएस इंट्री नहीं करवाने के आरोप में दोनों प्रखंडों के कार्यक्रम पदाधिकारी का अनुबंध रद्द करते हुए बर्खास्तगी की अनुशंसा करने का आदेश डीडीसी को दिया। जबकि कुर्साकांटा प्रखंड के पीओ से इसी मामले में स्पष्टीकरण पूछा गया। डीएम ने लगातार दो बैठकों से बिना सूचना दिये गायब रहने के कारण फारबिसगंज पीओ के विरुद्ध 24 घंटे के भीतर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश भी डीडीसी को दिया है। यही नहीं डीएम श्री सरवणन ने बैठक हाल से फारबिसगंज व नरपतगंज पीओ को फौरन बाहर भी कर दिया।
उन्होंने 28 अप्रैल को प्रस्तावित तालाब निर्माण कार्य शुरू होने के संबंध में कहा कि जिस पंचायत में दो तालाब निर्माण का कार्य 28 अप्रैल को आरंभ नहीं होगा, वैसे पीआरएस व संबंधित पीओ को बख्शा नहीं जायेगा। इस अवसर पर डीडीसी प्रभात कुमार महथा, दोनों एसडीओ, एडीपीारओ समेत सभी पीओ मौजूद थे।
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