बसैटी (अररिया) : प्राकृतिक प्रकोप के बाद अब मजदूरों की समस्या से रानीगंज प्रखंड के किसान परेशान हैं। मजदूरों की कमी से गेहूं की कटाई प्रभावित हो रही है। कुछ दिन पूर्व आये औलावृष्टि से बचे पके गेहूं खेत में झुम रहे हैं परंतु उसे काटने को मजदूर नहीं मिल रहे हैं। बसैटी, धोबिनियों, पचीरा, विसनपुर आदि के किसान विमल चौधरी, जियाउररहमान, जितेन्द्र कुमार, मंसुर आलम आदि बताते हैं कि किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ सप्ताह पूर्व आये तूफान व ओला वृष्टि से फसल बर्बाद हो गये थे। जो बचे गेहूं और मकई के फसल खेत में लगे हुए हैं वे अब काटने के बिना खराब हो रहे हैं। क्षेत्र के अधिकांश पुरुष मजदूर काम की तलाश में दिल्ली-पंजाब चले गये है। जिस कारण यहां मजदूरों की कमी हो गयी है। मजदूरों की कमी से यहां के किसान काफी परेशान हैं। किसानों ने बताया कि अब उन्हें खेती छोड़ अन्य व्यवसाय का सहारा लेना पड़ेगा।
Thursday, April 26, 2012
मजदूरों की कमी से गेहूं कटाई हो रही प्रभावित
बसैटी (अररिया) : प्राकृतिक प्रकोप के बाद अब मजदूरों की समस्या से रानीगंज प्रखंड के किसान परेशान हैं। मजदूरों की कमी से गेहूं की कटाई प्रभावित हो रही है। कुछ दिन पूर्व आये औलावृष्टि से बचे पके गेहूं खेत में झुम रहे हैं परंतु उसे काटने को मजदूर नहीं मिल रहे हैं। बसैटी, धोबिनियों, पचीरा, विसनपुर आदि के किसान विमल चौधरी, जियाउररहमान, जितेन्द्र कुमार, मंसुर आलम आदि बताते हैं कि किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ सप्ताह पूर्व आये तूफान व ओला वृष्टि से फसल बर्बाद हो गये थे। जो बचे गेहूं और मकई के फसल खेत में लगे हुए हैं वे अब काटने के बिना खराब हो रहे हैं। क्षेत्र के अधिकांश पुरुष मजदूर काम की तलाश में दिल्ली-पंजाब चले गये है। जिस कारण यहां मजदूरों की कमी हो गयी है। मजदूरों की कमी से यहां के किसान काफी परेशान हैं। किसानों ने बताया कि अब उन्हें खेती छोड़ अन्य व्यवसाय का सहारा लेना पड़ेगा।
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