जोकीहाट(अररिया) : गुलशन की दुनियां सजने से पहले उजड़ गयी। गुलशन की शादी करीब पांच वर्ष पहले अबुजर से हुई थी। शादी के बाद फूल सी नन्हीं बेटी फिरदौस का जन्म हुआ। फिरदौस अपने पिता को जान पाती इससे पहले उनके पिता अबुजर दुनिया को अलविदा कह गये। अबुजर और एकराम एनुल हक के दो होनहार पुत्र थे। दोनों बेटे गरीबी सेथक हार चुके अपने पिता एनुल को खुशहाल देखना चाहते थे। इसी कारण दोनों ने कमाने के लिए दिल्ली पंजाब की राह पकड़ ली थी। लेकिन दो दिन पहले गाजियाबाद में पानी की टंकी के नीचे दबकर दोनों की मौत हो गयी थी। मां बीबी आरा दोनों पुत्र के लिए अल्लाह से काफी दुआएं भी की, लेकिन उपर वाले ने उनकी एक भी न सुनी। अबुजर व एकराम के पिता एनुल ने रोते हुए बताया कि रविवार की शाम पांच बजे मेरे दोनों बेटे से बात हुई, लेकिन दो घंटे बाद ही मुझे मेरे बेटे की मौत की खबर मिली। इम्तियाज के पिता हारूण व मां हुस्नआरा व परिजनों ने बताया कि बड़े बेटे की शादी में दो माह पूर्व घर आया था। लेकिन क्या पता कि सदा के लिए मेरा बेटा जुदा हो जायेगा। एक ही टोले में तीन युवाओं की मौत से ग्रामीणों के घर तीन दिनों से चूल्हा चौका बंद है। गांव में मातम छाया है।
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