Monday, June 27, 2011

बंकिम चंद्र चटर्जी की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित


फारबिसगंज (अररिया) : इंद्रधनुष साहित्य परिषद के तत्वावधान में रविवार की संध्या स्थानीय थाना मध्य विद्यालय परिसर में राष्ट्रीय गीत के रचयिता बंकिम चंद्र चटर्जी की जयंती तथा जिला के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार स्व. अमोध नारायण झा 'अमोध' की तृतीय पुण्यतिथि संयुक्त रूप से आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्नल अजित दत्त ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ छात्रों रोजी, रोमा, नेहा व आशुतोष झा के वंदेमातरम गीत के गायन के साथ हुआ। फिर मोहन लाल मेहता ने विस्मिल रचित गीत- मन स्वदेशी, तन स्वदेशी, कफन भी हो स्वदेशी गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया।
जबकि कर्नल दत्त, डा. एन एल दास, डा. मोतीलाल शर्मा, डा. जगदीश लाल मंडल, उमाकांत दास, प्रो. परमेश्वर प्र. साह, राम कुशवाहा आदि ने बंकिम चन्द्र के साहित्यिक जीवन और रचनाएं यथा आनन्दमठ, सीताराम, कपाल कुंडला आदि पर चर्चा की। बताया कि वर्तमान परिदृश्य में हिन्दी साहित्य अभी भी भूतकाल में है। उनके अनुसार सिर्फ अंग्रेज और अंग्रेजी को गाली देने से हिन्दी का विकास संभव नही है।
साहित्य कर्मी विनोद कुमार तिवारी द्वारा संचालित कार्यक्रम में उपरोक्त वक्ताओं के अलावा डा. अनुज प्रभात, डा. सुधीर धरमपुरी, मांगन मिश्र मातेण्ड आदि के बंकिस के साथ-साथ आमोध के व्यक्तित्व और कृतिव्य पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।

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