Sunday, June 26, 2011

भजनपुर: दो ग्रामीणों ने दर्ज कराया बयान


अररिया : फारबिसगंज स्थित स्टार्च फैक्ट्री को लेकर हुये चर्चित घटनाक्रम में दो लोगों द्वारा शनिवार को अररिया की अदालत में स्वेच्छा से दिये गये बयान के बाद घटना में नया मोड़ आ गया है।
जानकारी के अनुसार फारबिसगंज के प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक सुनील कुमार गुप्ता ने 03 जून 11 को फारबिसगंज थाने में कांड संख्या 269/11 दर्ज कराया था। इस मामले में करीब एक हजार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया तथा भादवि की धारा 342, 323, 436, 353, 332, 333, 324, 147, 379, 149 आदि समेत आ‌र्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत आरोप लगाया गया था।
जीआर नंबर 120/11 के तहत लंबित इसी मामले में रामपुर दक्षिण निवासी मो. असीफ तथा मो. तैयब अली अंसारी ने शनिवार को अदालत में दप्रसं की धारा 164 के तहत प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी बीएम त्रिपाठी की अदालत में अपना बयान दर्ज कराया है।
इसमें पचपन वर्षीय मो. असीफ कहा है कि वे घटना तिथि 03 जून को मकई प्रोसेसिंग हेतु प्रस्तावित फैक्ट्री होकर अपने घर जा रहे थे कि करीब चार-पांच हजार लोग फैक्ट्री के अंदर घुस गये तथा फैक्ट्री में बुलडोजर, जीप, मशीन आदि
में आग लगा दिया गया।
इसी बीच अररिया के पुलिस अधीक्षक, फारबिसगंज एसडीओ व फारबिसगंज के बड़ा बाबू ने वहां पहुंचकर भीड़ को शांत करने के लिये संबोधित किया। तभी भीड़ पथराव करने लगी तथा एसपी, एसडीओ तथा बड़ा बाबू को लाठी, रड आदि से मारने लगी। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस का गोला छोड़ा, बावजूद भीड़ नही हटी। उधर भीड़ द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस के उपर गोली से फायरिंग भी की गयी।
वहीं इसी मामले में रामपुर दक्षिण के मो. तैयब अली अंसारी ने भी अदालत में 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया है। जिसमें अपने घर जाने के क्रम में तीन चार हजार की भीड़ द्वारा प्रस्तावित फैक्ट्री की दीवाल को तोड़कर घुस जाने तथा जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर, जेनरेटर में आग लगा देने की बात कही है तथा पुलिस कर्मियों के आने पर भीड़ द्वारा पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव करने तथा एसपी साहब व अन्य अधिकारियों द्वारा भीड़ को समझाने के प्रयास के बावजूद मारपीट करने का जिक्र किया है तथा कहा है कि भीड़ की ओर से फायरिंग होने लगी तो जान बचाकर वहां से भाग निकले।

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