Monday, June 27, 2011

कुकिंग गैस की मूल्य वृद्धि पर परिचर्चा


अररिया : पेट्रोलियम पदार्थो में हुई मूल्यवृद्धि से अररिया की आमजनता सकते में है। उपभोक्ता सामग्रियों की आसमान छूती कीमतों से परेशान लोगों के लिए रसोई गैस व डीजल- केरोसीन के दामों में बढ़ोतरी मारक साबित हो रही है। इस वृद्धि का जनजीवन पर व्यापक असर पड़ने लगा है। कुकिंग गैस में पचास रुपये वृद्धि पर आम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में संप्रग सरकार को जनविरोधी बताते हुए जमकर कोसा।
थाना मोहल्ला निवासी नवल किशोर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नीत सरकार आम जन जीवन पर बेवजह बोझ डालने में लगी है। यह बड़े पूंजीपतियों की सपोर्टर तथा गरीबों की विरोधी है।
लोग पहले से हीं खाद्य पदार्थो की बढ़ी कीमत से परेशान थे, अब पेट्रो मूल्य में वृद्धि कर अतिरिक्त भार दे दिया है। अधिवक्ता प्रताप राय ने बताया कि कांग्रेस सरकार के मंत्री अपने स्वार्थ के कारण आम जनजीवन को तंग व तबाह कर रही है। श्री राय ने बताया कि जलावन की किल्लत से गरीब तबके के लोगों ने किसी तरह गैस का सहारा लिया, लेकिन इस सरकार ने लगता है कि लोगों का भोजन भी बंद करने की
ठान ली है। सिझुवा निवासी बीरेंन्द्र शुक्ल का कहना है कि किसान हर तरफ से मारे जा रहे हैं। प्रकृति की मार तो यहां के झेल हीं रहे हैं लेकिन अब सरकार द्वारा डीजल किरासन के दाम में वृद्धि से दोहरी मार पड़ रही है। किसी तरह यहा के किसान पंप के सहारे खेती कर फसल उगाते हैं। अब सरकार पंप का सहारा भी छीनने के लिए तैयार है। काली बाजार निवासी बिनोद कुमार गुप्ता एवं दीपक कुमार राम ने संयुक्त रूप से बताया कि कांग्रेस सरकार किरासन तेल में वृद्धि कर गरीबों को गरीबी की चक्की में पिसने के लिए मजबूर कर रहे हैं। अमीर लोग इनवर्टर का सहारा लेकर दूधिया प्रकाश का आनंद तो ले लेते हैं, लेकिन गरीबों की ढिबरी कैसे जलेगी ,इसकी चिंता सरकार को नही है। आजाद नगर की रहने वाली दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली आलिया बताती है कि सरकार को अति आवश्यकता की चीजों के मूल्यों में वृद्धि नहीं करना चाहिये। क्योंकि इसका सीधा प्रभाव गरीबों पर पड़ता है।

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