अररिया: अगर खुदा न खास्ते वर्ष 2008 जैसी प्रलयंकारी बाढ़ फिर आ जाये तो क्या होगा?
जानकारी यह है कि अब तक एनडीआरएफ के मास्टर ट्रेनरों को भी बचाव कार्य की ट्रेनिंग नहीं मिल पायी है। ये मास्टर ट्रेनर ही पंचायत स्तर पर लोगों को प्रशिक्षित करते। विभाग के निर्देशानुसार यह ट्रेनिंग मार्च में ही हो जानी चाहिये थी।
तत्कालीन जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने मई माह में प्रशिक्षण की तिथि निर्धारित की थी, लेकिन उस पर अमल नहीं हो पाया।
अररिया अंचल के सीओ तैयब आलम शाहिदी ने बताया कि उनके अंचल से तीस प्रशिक्षुओं का जत्था दो तिथियों को प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्हें बैरंग लौटा दिया गया।
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