Wednesday, July 13, 2011

सड़कों के साथ सुनाई दे रही विकास की दस्तक

अब यहां भी मजदूर करने लगे हैं 'लंच' तथा बसमतिया का कैला 'सरिया' मिस्त्री बन गया है। अब बांसबाड़ी गांव से पिकअप वैन पर सब्जी लोड होकर आती है। दृष्टांत कई हैं। निष्कर्ष यह कि सड़कों के निर्माण से अररिया जैसे पिछड़े जिले में भी परिवर्तन दिख रहा है।
यह शायद एक नये युग की शुरूआत है। कोसी और कारातोया नदियों के बीच बसे इस इलाके में माइग्रेशन एवं इमीग्रेशन के पूर्ण अभाव के कारण सांस्कृतिक ठहराव जैसी स्थिति थी, लेकिन अब बड़े पैमाने पर सड़कों खासकर अत्याधुनिक फोरलेन के निर्माण के बाद बदलाव साफ नजर आने लगा है।
जिले में विगत एक दशक के दौरान पक्की सड़कों की लंबाई में बारह तेरह गुना इजाफा हुआ है। इन सड़कों में फोर लेन के अलावा एनएच व खूबसूरत स्टेट हाइवे भी शामिल हैं।
नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे अररिया जिले को अब तक वैसी पहचान नहीं मिल पायी थी, जिस तरह एक सीमावर्ती जिले को मिलती है। लेकिन बड़े पैमाने पर सड़कों के निर्माण के साथ इस जिले में भी विकास की दस्तक सुनायी देने लगी है।
राष्ट्रीय फलक पर फोरलेन सड़कों के अलावा प्रांतीय स्तर पर स्टेट हाइवे तथा मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड एवं प्रग्रासयो के तहत ग्रामीण सड़कों के निर्माण ने जिले में विकास के नये द्वार खोले हैं।
नब्बे के दशक के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में मुख्य रूप से साठ किमी पीडब्लुडी सड़क व 183 किमी की लंबाई में आरईओ व अन्य विभाग की सड़कें थी। लेकिन विगत सात आठ वर्ष के दौरान यहां बड़े पैमाने पर सड़कें बनी हैं।
आंकड़ों के मुताबिक विगत एक दशक के आंकड़े बताते हें कि जिले में सड़कों की लंबाई में भारी वृद्धि हुई है।
सड़कों के बन जाने से ग्रामीण यातायात में भी जबर्दस्त इजाफा हुआ है।
जिले के तकरीबन दो सौ गांवों से मुख्यालय की ओर वाहनों का सीधा आवागमन चालू है। इससे न केवल रोजगार के नये दरवाजे खुले हैं, बल्कि आज्ञाधीन व कातर ग्रामीण जन के बीच जागरूकता भी बढ़ी है। ग्रामीण इलाके कारोबार जगत के लिए बड़े बाजार की तरह उभर कर सामने आये हैं।
एनएच 57 फोर लेन सड़क अभी चालू भी नहीं हुई है, लेकिन सड़क के सीधे दिल्ली तक जाने व मार्ग में पड़ने वाले शहरों की चर्चा से महानगरों की महक भी साफ महसूस होती है। आम बोलचाल में मजदूरी की जगह दिहाड़ी, मैझनी की जगह लंच, छड़ की जगह सरिया जैसे पश्चिम प्रदेश के शब्द खूब सुनाई पड़ने लगे हैं।
बाक्स बनाने के लिए
अररिया जिले में सड़कों का विवरण:
1.सड़कों की कुल लंबाई: 2719 किमी
2.प्रग्रासयो:
क-कोर नेटवर्क में ली गयी सड़क- 2278 किमी
ख-2001 से 06 के बीच बनी सड़क-44.05 किमी
ग- चालू साल में निर्माणाधीन पथ- 214.38 किमी
घ-डीपीआर सबमीटेड- 200.71 किमी
3. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क- 101 किमी
4. नाबार्ड की सड़क- 41 किमी
5.सीमा क्षेत्र विकास प्रोजेक्ट की सड़क 11.46 किमी
6- अजा योजना की सड़क - 7.5 किमी
7. एनएच, एसएच व एमडीआर की सड़क - 739.9 किमी

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