Wednesday, July 13, 2011
पशुओं में फैल रही मौसमी बीमारी, पशु चिकित्सालय में दवाओं का अभाव
फारबिसगंज (अररिया) : पशुधन एवं उनसे प्राप्त उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार नित नई घोषणाएं कर रही है लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण इसका क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। पशुओं के स्वास्थ्य की देख-भाल के लिए प्रखंड के नगर परिषद क्षेत्र में चल रहा पशु चिकित्सालय सह प्रोफेज शुक्र प्रजनन केन्द्र आज भी कई सुविधाओं से वंचित है। इसका भवन जर्जर हो गया है जिस कारण बरसात होते ही पानी स्टोर रूम तक पहुंच जाता है। हालांकि विभाग द्वारा उक्त केन्द्र के लिए प्रखंड मुख्यालय परिसर में भवन का निर्माण करवाया गया है। किंतु इसका कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मी भी केन्द्र पर कम ही नजर आते हैं। इधर बरसात के शुरू होते ही मवेशियों में बीमारियों का दौर शुरू हो चुका है। किंतु अस्पताल में कई महंगे तथा आवश्यक दवाओं का पूर्ण अभाव है। इस मौसम में मवेशियों को होने वाले बिमारियों की जानकारी देते हुए अस्पताल में उपस्थित प्रभारी चिकित्सक डा. अमीन अंसारी ने कहा कि लीवर फ्लू, बक्षहा, एचएसबीक्यू, डायरिया, डिसेन्ट्री, प्वाइजनिंग, सर्श आदि रोगी से ग्रस्त पशुओं के लिए कोई खास दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। कहा कि प्रतिरोधी दवाओं सहित कई महंगी दवायें बाजार से ही उपलब्ध करवाई जाती है। कहा कि मात्र 13 प्रकार के दवाओं का ही आवंटन अस्पतालों में होता है। उन्होंने पशुपालकों के लिए जानकारी देते हुए बताया कि पशुओं के पोषक आहार के लिए बीएचओ के माध्यम से चारा बीज भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इधर मवेशी पालकों की मानें तो विभागीय स्तर पर गांवों में लगने वाले टीकाकरण जैसे कैंप की जानकारी उन्हें उपलब्ध नही करवायी जाती है। वहीं चारा बीज का वितरण भी दोषपूर्ण रहता है। कुल मिलाकर मवेशी पालकों को जो सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए वे उन्हें पूर्ण रूप से नही मिल पा रहा है।
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