Wednesday, February 9, 2011

ज्ञान यज्ञ: पवित्र संगीत से रूबरू हो रहे श्रद्धालु


अररिया : यमन ..अमन .. आमीन। संगीत, शांति व दिव्यता से साक्षात्कार। शास्त्रीय संगीत के प्रमुख राग यमन कल्याण में प्रस्तुत भजन सुन कर ऐसा लगा कि संगीत के रास्ते शांति का मार्ग प्रशस्त हो रहा है और शायद दिव्यता के साथ साक्षात्कार भी। शहर के शिवपुरी मैदान में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में साध्वी विश्वंभरा द्वारा प्रस्तुत दिव्य वचनों के साथ संगीत के सात सुरों की सरिता भी निरंतर प्रवाहित हो रही है। साक्षात नाद ब्रह्मा से प्रगट व आत्म साक्षात्कार की अग्नि में तपा भक्ति संगीत दर्शकों को आनंद विभोर कर रहा है।
इस यज्ञ में दिल्ली से आये गायक हरीश, जसप्रीत अप्रतिम व हर्षल के साथ सर्वसुखी, पूर्णिमा एवं किरण द्वारा प्रस्तुत भजन से दर्शकों को आत्मिक सुख की अनुभूति हो रही है। मौके पर श्री मधुर की बांसुरी तथा स्वामी राजदीप द्वारा तबला व हिमांशु की ढोलक पर संगति से अररिया के जानकार व श्रद्धालु दर्शक दिव्य सुरों से रूबरू हो रहे हैं।
सरस्वती के इन मानस पुत्रों की मानें तो उनका संगीत आत्म साक्षात्कार से प्रगट पवित्र संगीत है। सब गुरु की कृपा। इतना ही नहीं, वायलिन पर हरिप्रीता, सितार पर श्रीयाश्रुति व नीतू, आक्टोपैड पर कृतिका तथा कैसियो पर हरिअर्चना व किरण की प्रस्तुति से साध्वी विश्वंभरा की वाणी मानो रूप ग्रहण कर श्रद्धालुओं के पास पहुंचने लगी है।

0 comments:

Post a Comment