फारबिसगंज (अररिया) : कालेजों में शैक्षणिक माहौल में सकारात्मक बदलाव के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति से लेकर सरकार तक प्रयास कर रही है लेकिन प्रमाण पत्रों, प्रवेश पत्रों में बड़े पैमाने पर हो रहे त्रुटि को ठीक करने की दिशा में प्रयास नहीं दिख रहा है। जिस कारण छात्र-छात्राओं की मुश्किलें लगातार बढ रही है। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय की ओर से जारी प्रमाण पत्र में मनी कुमारी को मोनी कुमारी बना दिया गया है। इस तरह मुन्नु कुमार पासवान को मीनू कुमार पासवान बना दिया गया। फारबिसगंज कालेज की बीए प्रथम वर्ष की छात्रा मनी ने अप्रैल 2010 में हीं परीक्षा दी थी। उसके परीक्षा प्रवेश पत्र में नाम मती कुमारी (क्रमांक-15792/10) अंकित है। लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा दिये गये अंक पत्र में उस छात्रा का नाम बदलकर मोनी कुमारी कर दिया गया है। इसी तरह दूसरे छात्र मुन्नु कुमार पासवान भी इसी प्रकार की शिकायत लेकर फारबिसगंज पहुंचा। ऐसे कई छात्र-छात्राएं शिकायतें लेकर कालेज पहुंचे। जिन्हें कालेज प्रबंधन द्वारा बताया गया कि छात्र-छात्राओं को खुद विश्वविद्यालय जाकर ठीक कराना होगा। इसके लिए उन्हें वहां शुल्क की अदायगी करनी होगी। एक अन्य छात्र नौशाद आलम ने कालेज के एक प्राध्यापक को अपने प्रथम वर्ष का अंक पत्र दिखाते हुए कहा कि व पिछले वर्ष हिन्दी की परीक्षा दिया लेकिन निर्गत अंक-पत्र में अनुसांगिक विषय के कालम में हिन्दी की जगह उर्दू लिख दिया गया है। साथ हीं उसके अंक पत्र में दो विषयों में अंक ही अंकित नहीं है। जिस कारण उसका परीक्षा परिणाम अधर में लटक गया है। इस परेशान छात्र को भी विश्वविद्यालय दौड़ता होगा। इस प्रकार की समस्याएं प्राय: सभी कालेज के छात्र-छात्राओं की है।
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