Tuesday, March 27, 2012

फर्जीवाड़ा: बैंक कर्मी ने बीडीओ के खाते से उड़ाया 54 लाख


फारबिसगंज/बथनाहा (अररिया) : मधेपुरा जिला के आलम नगर बीडीओं के सरकारी खाते से फर्जीवाड़ा कर एसबीआई जोगबनी शाखा में कार्यरत बैंक कर्मी द्वारा निकाली गयी 54 लाख रूपये मामले में जोगबनी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। शाखा प्रबंधक ब्रिजनंदन झा ने बैंक के वरीय सहायक दिपेश कुमार सिंहा सहित फर्जीवाड़ा में शामिल अन्य आठ खाताधारकों पर प्राथमिकी कांड सं. 22/12 के तहत दर्ज करायी है। मंगलवार को एसपी शिवदीप लांडे बैंक पहुंचकर प्रबंधक सहित अन्य कर्मियों से पूछताछ की है। एसपी श्री लांडे ने बताया कि एक स्पेशल पुलिस टीम आलमनगर बीडीओ से भी पूछताछ के लिए भेजी गई है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही फर्जीवाड़ा से पर्दा उठा लिया जायेगा। इधर, आरोपी कर्मी दीपेश कुमार फरार हो गये हैं।
ज्ञात हो कि आलमनगर के बीडीओं रामाकांत के खाते से फर्जी तरीके से जोगबनी एसबीआई ब्रांच में पदस्थापित वरीय सहायक दीपेश कुमार सिन्हा ने 54 लाख रूपये की निकासी कर ली गई है। जिसमें से पुलिस ने उनके परिजनों से 24 लाख रूपये वसूल कर लिए हैं।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा:
एसबीआई जोगबनी के वरीय सहायक दीपेश कुमार सिन्हा ने दो तिथियों 20 एवं 23 मार्च को आजमनगर के बीडीओ के खाते से 54 लाख रूपये की निकासी की। बैंक कर्मी ने कोर बैंकिंग का लाभ उठाकर तथा उनके पासवर्ड का इस्तेमाल कर बीडीओ आलमनगर के दो सरकारी खातों (खाता सं.-11755507044 एवं खाता सं. 31817609549) से उक्त राशि बिना किसी बाउचर के ट्रांसफर कर ली। इसके अलावा नेपाल इंडस्ट्रीयल कारपोरेशन बैंक लि. नेपाल (एनआईसी) के खाता सं. 11458532091 सहित अन्य आठ खातों में ट्रांसफर कर दिया। जिसमें से खाता धारकों ने राशि भी निकाल ली। जबकि बैंक कर्मियों के अनुसार एक खाते से एक बार में मात्र चार लाख की निकासी की जा सकती है। इस पूरे अवैध ट्रांजेक्शन में आठ खाताधारकों तथा उनके खातों का इस्तेमाल किया गया।
कैसे हुआ खुलासा:-
20 मार्च से चल रहे इस खेल का खुलासा पांच दिन बाद 24 मार्च को शाखा प्रबंधक द्वारा जांच के क्रम में हुआ। शाखा प्रबंधक बीके झा जब 24 मार्च को डे बुक जांच करने बैठे तो उन्हें इतनी बड़ी राशि निकासी पर संदेह हुआ। जब गहराई से उन्होंने जांच किया तो मामले का खुलासा हुआ। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना क्षेत्रीय प्रबंधक घनश्याम कुमार सिन्हा को दी। जिसके बाद महाप्रबंधक ने भी मामले की जांच की और प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश ब्रांच मैनेजर को दिया। इसके बाद जोगबनी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी। मामला सामने आते ही बैंक कर्मी दिपेश सिन्हा फरार हो गया है।
किन-किन पर हुआ एफआईआर:-
शाखा प्रबंधक बीके झा द्वारा बैंक कर्मी दीपेश सहित खाता धारक फारसिबगंज निवासी पवन गौड़, नेपाल के अजय रूनियार, मधेपुरा निवासी वीरेन कुमार सिंह, पंपा देवी, नीलम देवी, संदीप कुमार, इंदू शेखर सिंह तथा फारबिसगंज निवासी बसंती देवी पर फर्जीवाड़ा की प्राथमिकी दर्ज करवायी है। दीपेश ने उड़ायी गयी उपरोक्त राशि उक्त खाताधारियों के नाम ही ट्रांसफर किया था। जिसमें से कुछ रूपयों की निकासी भी कर ली गयी।
क्या हो रही कार्रवाई:-
अररिया एसपी शिवदीप लांडे ने प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कार्रवाई तेज कर दी है। उन्होंने बताया कि दीपेश सिन्हा द्वारा निकासी की गयी राशि में से 24 लाख रूपये उसके परिजनों से वसूल कर ली गयी है। उन्होंने कहा कि स्पेशल पुलिस टीम को आलमनगर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि बीडीओ का खाता संख्या और उनका पासवर्ड उनके किसी निकटतम लोगों ने ही दीपेश को उपलब्ध करायी होगी। उन्होंने इस फर्जीवाड़ा में किसी गिरोह के शामिल होने की आशंका जतायी है। उन्होंने बताया कि इस फर्जीवाड़ा से जुड़े सभी बैंक खातों को तत्काल फ्रिज (बंद)कर दिया गया है।

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