भरगामा (अररिया) : पैक्स द्वारा एसएफसी को धान बेचे जाने के बाद प्रति क्विंटल पांच किलो के हिसाब से धरता (मापी में अतिरिक्त कटौती) एसएफसी द्वारा किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पैक्स संघ के प्रखंड अध्यक्ष राजेश सिंह एवं सिरसिया हनुमानगंज के पैक्स अध्यक्ष सुरेश श्रीवास्तव आदि ने बताया कि इससे धान खरीद-बिक्री कर चुके प्रत्येक पैक्स को लाखों का चूना लगना तय है।
मालूम हो कि केवल भरगामा में कुल चौदह पैक्सों के द्वारा धान की खरीद की गई। जिसमें कुशमौल, सिरसिया हनुमानगंज, शंकरपुर, रघुनाथपुर उत्तर, दक्षिण, सिरसिया कला, आदिरामपुर, मानुलहपट्टी, धनेश्वरी, हरिपुर कला, भरगामा, पैकपार, खजुरी व अन्य शामिल हैं। उक्त पैक्सों के द्वारा घोषित समर्थन मूल्य 1080 की दर से किसानों की धान की खरीद कर इसे एसएफसी में बिक्री हेतु भेज भी दिया गया है। लेकिन जो अहम सवाल है कि एसएफसी इस धान को प्रति क्विंटल पांच किलो धरता काट कर लेने को तैयार है। जैसा कि बताया जा रहा है सभी पैक्स के द्वारा कम से कम चौदह हजार क्विंटल से उपर धान बिक्री हेतु एसएफसी को भेजा गया है। तथा अब अगर इस धान में एसएफसी द्वारा अतिरिक्त कटौती की जाती है तो प्रत्येक पैक्स को लाखों में नुकसान उठाना पड़ेगा। जबकि पैक्स अध्यक्षों का कहना है कि धान खरीद हेतु कोआपरेटिव द्वारा ग्यारह प्रतिशत ब्याज पर सरकार द्वारा रािश उपलब्ध करवाई गई है। ऐसे में मुनाफे की जगह लाखों के नुकसान के बाद पैक्सों की स्थिति क्या होगी? यह विचारणीय है। इधर प्रखंड कृषि पदाधिकारी भरगामा आशुतोष कुमार का कहना है कि मिल मालिकों द्वारा धान खरीद के अनुरूप चावल नही उपलब्ध होने की बात बतायी जा रही है और यही कारण है कि प्रति क्विंटल पांच किलो की कटौती मिलरों के द्वारा की जा रही है। ऐसे में एसएफसी की लाचारी है कि इस कटौती की भरपाई पैक्स से की जाय। लेकिन अहम सवाल है कि अब पैक्स क्या करें?
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