बसैटी (अररिया) : रानीगंज प्रखंड के बौसी-फरकिया गांव में मंगलवार को दो दिवसीय अजिमुस्सान जलसे का समापन हुआ। इस जलसे में अलीगढ़ हैदराबाद, जयपुर, बनारस, कटिहार आदि से आए उलमाओं ने कुरान व हदीश की रोशनी में नमाज, रोजा, हज, जकात, फितरा, भाईचारा, समाजिक सौहार्द, पर्दा आदि बिंदुओं पर तफसील से चर्चा की तथा सात मदरसे की तालवा को कुरान का हिृवज मुकम्मल करने पर दस्तार बंदी की तथा उन्हें हाफीज की डिग्री से नवाजा गया। मौलाना मसव्वीर आलम चतुर्वेदीन ने इंसानियत का सबक दिया। वहीं मौलाना युसुफ जाहीद हैदराबादी, जयपुर राजस्थान के मौलाना दाउद आलम, मुफ्ती शमशेर आलम शैफुल हदीश, मौलाना कबीर उद्दीन, मौलाना नसीमुद्दीन शाहब, मौलाना कबीर उद्दीन, मुजाहरी आदि ने कुरान कि आयतों को पढ़ पढ़ कर उसके माने को बताया तथा अपनी जिंदगी हजरत मुहम्मद स. के बताये हुए तरीकों पर चलने कि बाते कही। उन्होंने कहा कि इस्लाम किसी भी निहत्थे, मजबूर, निर्दोषों पर जुल्म करने से रोकती है। दूसरों का मदद करने, भूखों को खाना खिलाने, गरीबों पर धन खर्च करने से अल्लाह ताला अपने उस बंदे से काफी खुश रहते है। इस जलसा में तालबा अब्दुल रहमान, मो. कोईनेन, इंतखाब आलम, मो. अशरफ हुसैन, मो. काजीम, मो. सद्दाम, अबु समा हैदर के पूरे कुरान का हिवज करने पर उसमाओं द्वारा दस्ताद बांधा गया तथा उन्हें हाफीज की डिग्री दिया गया।
इस आयोजन को सफल बनाने में मौलाना रियासत अली, मो. सब्बीर आलम, मासूम रजा सहित स्थानीय लोगों का सराहनीय योगदान रहा।
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