Saturday, March 17, 2012

रेल बजट में फिर वंचित रह गया सीमावर्ती क्षेत्र


फारबिसगंज (अररिया) : रेल बजट 2012-13 में सीमावर्ती क्षेत्र को एक बार फिर नजरअंदाज किए जाने से यहां के लोगों ने रोष प्रकट किया है। प्रबुद्ध लोग हो या फिर राजनैतिक दलों के नेता सभी का कहा है कि रेल विकास के मामले में इस क्षेत्र के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। यही कारण है कि कटिहार-जोगबनी रेल खंड पर एक भी नई ट्रेन की घोषणा तो दूर बल्कि ट्रेनों का विस्तार भी नहीं किया गया। पूर्व सांसद सुकदेव पासवान ने बताया कि बजट सीमावर्ती क्षेत्र के जनता के लिए काफी निराशाजनक है। कोई नई ट्रेन की घोषणा तो नही हुई, आम्रपाली एक्सप्रेस और पटना इंटरसीटी एक्सप्रेस का विस्तारीकरण भी जोगबनी तक नही किया गया। जबकि क्षेत्र की जनता इसकी आशा लगाए हुए थे। श्री पासवान ने बताया कि फारबिसगंज और जोगबनी को माडल स्टेशन बनाने का झुनझुना तो जरूर थमा दिया गया, लेकिन इससे अधिक आवश्यकता थी नई ट्रेनों का परिचालन। उन्होंने बताया कि अररिया-सुपौल रेल लाइन निर्माण का जिक्र भी बजट में नही किया जाना क्षेत्र की जनता के साथ धोखा किया गया है। बताया कि यहां के लोगों की मांग जोगबनी से पटना सीधी ट्रेन, सीमांचल एक्सप्रेस की पैंट्री कार सहित पूर्ण रैक में परिचालन, चीतपुर एक्सप्रेस का दैनिक परिचालन जैसे जायज मांगों को भी नजर अंदाज कर दिया गया।
वहीं डा. मोती लाल शर्मा, कर्नल अजीत दत्त, मांगन मिश्र मार्तड, डा. अनुज प्रभात आदि ने बताया कि रेल बजट 2012-13 में यहां के जनता के लिए नया कुछ भी नही है। हां पैसे में बढ़ाए गए यात्री भाड़े का भुगतान लोगों को रुपये मे अदा करने होंगे। बताया कि बजट में रेलवे सेफ्टी पर जोर दिया गया है, वह स्वागत योग्य तो जरूर है, लेकिन इसे कब तक अमलीजामा पहनाया जाता है वह देखना है।

0 comments:

Post a Comment