Tuesday, June 12, 2012

जेल में अवैध वसूली की शिकायत, कैदी व मुलाकाती परेशान


अररिया : मंडल कारा अररिया में क्षमता से अधिक कैदियों की संख्या भले ही परेशानी का सबब हो, किसी के लिए यह आमदनी का जरिया भी है। हालांकि जेलर ने किसी प्रकार की अवैध वसूली से इंकार किया है, लेकिन..।
जानकारों की मानें तो कैदियों व मुलाकातियों की संख्या जितनी अधिक होगी जेल कर्मियों की कमाई भी उसी हिसाब से लगायी जाती है। सोने, खाने एवं मुलाकात के नाम जेल कर्मियों द्वारा अलग-अलग रेट तय कर रखा है। मुलाकात के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से 20 से लेकर 50 रुपये लेने की शिकायत करते कई व्यक्ति जेल रोड पर लगभग हर समय मिल जायेंगे। जबकि जेल घुसते हीं कैदियों को बतौर नजराना जेल कर्मियों को चुकाना पड़ता है। इसके बाद सोने के नाम पर सप्ताहिक दर तय की जाती है। यदि अच्छा खाना खाने की इच्छा हो तो उसके लिए राशन व्यवस्था के साथ-साथ अलग से नजराना जेल कर्मियों को चुकाना पड़ता है। ऐसी शिकायतें जेल से निकलने वाले अधिकांश कैदी तो पूर्व से करते आ हीं रहे है, लेकिन हाल के महीनों से कैदियों की क्षमता बढ़ने से शिकायतें भी बढ़ गयी है। पिछले माह हीं अपहरण के मामले में जेल पहुंचे तीन युवक के माता-पिता ने बताया कि मुलाकात से लेकर सोने के लिए उनके पुत्र से अवैध वसूली की जाती है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सप्ताह वे अपने पुत्र से मिलने जाते हैं तो उन्हें 300 से 400 रुपये वसूली के नाम पर देना पड़ता है।
वहीं जमानत पर रिहा होने के बाद कई कैदियों ने बताया कि सभी लोग अवैध वसूली से परेशान है। ऐसी शिकायतें न्यायालय पहुंचने वाले कैदियों की भी रहती है। कैदियों ने बताया कि जेल कर्मियों के खिलाफ कुछ नही बोलना उनकी विवशता होती है। यदि कोई कैदी इस अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाते है तो उन्हें सोने का स्थान भी नही मिल पाता है। वहीं जेलर शैलेश प्रसाद सिन्हा का कहना है कि अवैध वसूली की सूचना उन्हें नही है। लेकिन उन्होंने इस बात से इंकार नही किया कि कैदियों की अधिकता के कारण सोने व खाने के नाम पर कुछ कर्मी इस तरह के कार्य करते होंगे। जेलर श्री सिन्हा ने बताया कि यदि कोई भी कैदी या फिर मुलाकाती उनसे अवैध वसूली की शिकायत करेगा तो वे त्वरित कार्रवाई करेंगे।

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