फारबिसगंज (अररिया) : भारत-नेपाल के बीच हवाला के जरिये धन के लेन-देन का कारोबार करने वाला बड़ा रैकेट काम कर रहा है। यह गिरोह नेपाल से सटे भारतीय क्षेत्र में सीमित नही है। बल्कि पूरे बिहार में गिरोह का एजेंट फैला हुआ है। राजधानी पटना सहित मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया जैसे बड़ों शहरों में हवाला से अवैध लेनदेन का कारोबार कर रहे है। इस कारोबार में भारत विरोधी तत्व, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआई भी लगे हुए है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे कमजोर करने की साजिश पर काम कर रहा है। इस पूरे आर्थिक अपराध का जरिया बना नेपाली बैंकों के द्वारा निर्गत वीजा कार्ड (टू कंट्री वन कार्ड)। नेपाली बैंक वीजा कार्ड से नेपाल सहित भारतीय बैंक के एटीएम सेंटरों से आसानी से रुपया निकाला जा सकता है।
अररिया एसपी शिवदीप लांडे ने कहा कि हवाला के जरिये पूरे प्रदेश में हो रहे अवैध कारोबार और लेन देन में देश विरोधी तत्वों के शामिल होने से इंकार नही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय सहित नेपाली बैंकों को सतर्क रहने की जरूरत है। भारत विरोधी तत्व इस आर्थिक अपराध के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की फिराक में है। वहीं सीमावर्ती बथनाहा स्थित एसएसबी 24वीं बटालियन के कमांडेंट एकेसी सिंह ने कहा कि देश विरोधी तत्वों के सीमावर्ती क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने और अवैध हवाला करोबार करने की गुप्त सूचनाएं मिल रही है। उन्होंने इसके जरिये भारतीय जाली नोटों को खपाने की संभावना से भी इंकार नही किया है।
दरअसल गिरोह के सदस्य पहले नेपाली बैंकों में नेपाली नोट जमा करते है फिर गिरोह के एक-एक सदस्य दर्जनों नेपाली वीजा कार्ड लेकर भारतीय क्षेत्र के विभिन्न जिलों में जाते है। जहां पहले तो एटीएम सेंटरों के गार्डो को कुछ रुपया देकर मैनेज करते है फिर एटीएम सेंटर में एक युवक एक साथ दर्जनों नेपाली वीजा कार्ड से कुछ हीं समय में लाखों रुपया निकासी करते है। राशि निकासी के लिये एक-एक एटीएम सेंटर पर दर्जनों नेपाली युवक खड़े रहते है। इस प्रकार गिरोह के सदस्य प्रतिदिन भारतीय क्षेत्र से करोड़ों रुपया निकासी करते हैं। इस धंधा के जरिये भारतीय तथा नेपाली नोटों के विनिमय के नाम पर प्रतिदिन लाखों रुपया कमीशन कमाया जाता है। साथ हीं व्यापारी को भारत और नेपाल में व्यापारिक लेन-देन अवैध तरीके से करते है। इस गोरख धंधे का लाभ भारत विरोधी तत्व उठा रहे है। हवाला के रूप में हो रहे इस अवैध कारोबार को लेकर अररिया पुलिस एक विस्तृत प्रतिवेदन भी सरकार को भेजने की तैयारी में है। एसपी श्री लांडे ने कहा कि यह एक संगठित गिरोह का सुनियोजित काम है। इसमें एटीएम सेंटरों के गार्डो की भूमिका की जांच बैंकों को अपने स्तर पर भी करनी चाहिये। फिलहाल नेपाल में बैठे गिरोह के सरगना तक पुलिस के हाथ नही पहुंचे हैं।
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