फारबिसगंज (अररिया) : शहर को जल-जमाव तथा जल निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिये महत्वाकांक्षी मेन ड्रेन के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। करीब साठ लाख रुपये की लागत से बनने वाली शहर के इस मेन ड्रेन (मुख्य नाला) के निर्माण में प्राक्कलन के विरुद्ध काम किया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि घटिया स्तर की सामग्री नाला निर्माण में उपयोग किया जा रहा है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी गिरिजानंद कापरी ने कहा कि वे इस मामले को देखेंगे।
जानकारी के अनुसार मुख्य नाला की चौड़ाई करीब पांच फीट है और गहरा भी लगभग इतना ही है। शहर के पूर्वी भाग में वार्ड संख्या 25 के अंतिम छोर पर उक्त नाला बनाया जा रहा है। योजना के अनुसार यह नाला शहर के केसरी टोला से शुरू होकर मेन ड्रेन शहर के बाहरी हिस्से से होते हुए गुजरेगी। बताया जाता कि शहर को जल जमाव और जल निकासी की समस्या से बचाने के लिये वर्षो पूर्व नाला के लिये जमीन छोड़ कर रखा गया था। मेन ड्रेन के निर्माण के लिये निविदा भी काफी विलंब से निकाला गया। अब जब बारिश का मौसम शुरू हो गया है तो निर्माण कार्य शुरू किया गया है। घटिया बालू, सीमेंट, गिट्टी का उपयोग किया जा रहा है। मुख्य नाला की लंबाई-चौड़ाई और गहराई भी जांच का विषय है। नाला के दोनों तरफ की दिवाल की ढ़लाई की जानी है। लेकिन जिस गुणवत्ता के साथ नाला निर्माण चल रहा है उससे मुख्य नाला का अस्तित्व अधिक दिनों तक रहेगा यह कहना कठिन हो गया है।
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