Sunday, July 3, 2011

मरम्मत के लिए पडे़ हैं परमान नदी के तटबंध


रेणुग्राम(अररिया) : विगत कुछ दिनों से हो रही बारिश ने शनिवार को बाढ़ का ट्रेलर दिखा ही दिया। इलाके के एक दर्जन से अधिक गांव टोले बाढ़ की चपेट में हैं। पानी तेजी के साथ बढ़ रहा है। होगा क्या यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन प्रशासन व उसके संबंधित विभाग अगर तटबंधों की मरम्मत के प्रति सचेत रहते तो इस बाढ़ से बचा जा सकता था।
खमकौल व कमता गांव के बीच में करीब सौ फीट की लंबाई में बाढ़ निरोधी तटबंध टूटा हुआ है। गांव वासियों की लगातार मांग के बावजूद इसकी मरम्मत नहीं की गयी। इतना ही नहीं सरकार को यह रिपोर्ट भेज दी गयी कि सारे तटबंधों की मरम्मत कर ली गयी है। विभाग की इस गफलत के कारण खमकौल, पोटरी, कमता, बलियाडीह आदि गांवों में परमान नदी का पानी तेजी के साथ घुस रहा है।
खैरखां पंचायत के मुखिया प्रदीप कुमार मंडल ने बताया कि उनके पंचायत के गांवों सहित आपास के कई गांवों में परमान का पानी घुस रहा है।
कमता गांव से उत्तर परमान तटबंध डेढ़ सौ फीट की लंबाई में, मधुबनी में मछलका घाट पर ढाई सौ फीट की लंबाई में तथा खैर खां से कमता के बीच पांच स्थानों पर तटबंध टूटा हुआ है।
घोड़ाघाट गांव में विगत साल कटाव से गांव को बचाने के लिए काम शुरू किया गया, पर आज इस कार्य का कोई अतापता नहीं है।

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