Sunday, July 3, 2011

बकरा व परमान उफनाई, डेढ़ दर्जन गांवों में घुसा बाढ़ का पानी


-घोड़ाघाट के मवेशी अस्पताल में घुसा पानी
-जोकीहाट के बलुवा में पांच घर समाये बकरा के पेट में
-नरपतगंज में बोचहा नहर टूटी, आधा दर्जन गांव जलमग्न
अररिया/रेणुग्राम/फारबिसगंज : जलग्रहण क्षेत्रों में विगत कई दिनों से हो रही वर्षा के कारण परमान व उसकी सहायक नदियां उफना गयी हैं और टूटे तटबंधों के रास्ते फारबिसगंज प्रखंड के एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। नदी का पानी तेज रफ्तार से बढ़ रहा है। इसके साथ ही लोग कटाव व विस्थापन की आशंका से दहशतजदा हैं।
जोकीहाट प्रखंड के कुरसैल पंचायत में वार्ड नंबर आठ पूरी तरह नदी में समाने को तैयार है। विगत चौबीस घंटे में मीर जाबीर, मीर आरिफ, मीर बेचन, मीर तजम्मुल तथा मीर परवेज के घर कट कर नदी में समा गये हैं। यहां की जामा मस्जिद पर कटाव का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। जिला पार्षदपति मो. शमशाद ने बताया कि इस वार्ड में पिछले साल एक दर्जन परिवारों के घर कटे थे, जो अभी भी विस्थापित की जिंदगी बिता रहे हैं। इनमें से चार परिवार बलुवा गांव के पंचायत भवन में रह रहे हैं।
रेणुग्राम से जाप्र के अनुसार परमान नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। नदी के पश्चिम साइड में बेमरम्मत पड़े टूटे तटबंधों
की राह से नदी का उफनता पानी आसपास के गांवों में
तेजी से प्रवेश कर रहा है। बाढ़ के कारण अम्हरा, कमता, बलियाडीह, खैरखां, मधुबनी, घोड़ाघाट, रमै, बलुआ, खबासपुर, गुरम्ही, देपुरा, कबिलासी आदि गांवों में लगभग तीन सौ से अधिक परिवार बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। घोड़ाघाट गांव के अस्पताल में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इलाके के सैकड़ों घर पानी में घिरे हैं। इन पर कटाव का गंभीर खतरा है।
रमै पंचायत के पूर्व मुखिया यदुनंदन झा ने बताया कि नदी के किनारे बने तटबंधों की समय पर मरम्मत नहीं होने के कारण स्थिति विकराल हो रही है। उन्होंने प्रशासन से पीड़ितों को तत्काल मदद पहुंचाने तथा पांच स्थानों पर आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था करवाने की मांग की।
इधर, फारबिसगंज से जासं के अनुसार नरपतगंज प्रखंड के बेला में बोचहा नहर का बांध टूट जाने से आधा दर्जन गावों के दर्जनों परिवार बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। इन गावों में बेला, बसमतिया, बबुआन, डूमरबन्ना, पथराहा, आदि शामिल हैं। बसमतिया स्थित एसएसबी बीओपी में बाढ़ का पानी घुस गया है। इन गांवों के हजारों एकड़ खेत जलमग्न हो गये हैं।

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