अररिया : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत चलने वाली स्कीमों का मानिटरिंग नेहरू युवा केन्द्र के युवा कोर व युवा क्लब के सदस्य करेंगे। इस मायने का निर्देश केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दिया है। मनरेगा के तहत चलने वाली स्कीमों की जांच एनवाईके द्वारा करने संबंधी निर्देश प्राप्त होते ही जिला स्तर पर योजना चयन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। जिले के नौ प्रखंडों के 360 राजस्व गांवों में इसकी शुरूआत की जायेगी। प्रथम चरण के इस अभियान की शुरूआत 25 जनवरी से होगी। साथ ही इसका समापन की अवधि अगस्त माह निर्धारित की गयी है। नेहरू युवा केन्द्र के युवा कोर व युवा क्लब के सदस्य अब गांव-गांव जाकर लोगों से रोजगार के तरीके जानेंगे। इस दौरान वे लोग जॉब कार्ड की जांच भी करेंगे तथा बिना जॉब कार्डधारी व्यक्ति के नाम एकत्र कर जिला को देंगे। डीआरडीए से मिली जानकारी के अनुसार एक गांव में 5 से 10 लाख तक की एक या दो योजनाओं का चयन किया जायेगा। चयनित योजनाओं के लिए तैयार प्राक्कलन व मास्टर राल आदि चेक लिस्ट के आधार पर क्रास चेकिंग काराया जायेगा। यह चेकिंग का कार्य मनरेगा छोड़ तमाम विभागों के अभियंता करेंगे।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्राप्त निर्देश में स्पष्ट किया गया है कि अब लोगों को उनके इच्छानुसार रोजगार दिया जायेगा। इस क्रम में एनवाईके कर्मी गांव-गांव घूमकर जॉब कार्डधारी से कैसे रोजगार में उनकी रची है यह एक करेंगे। साथ ही गांव में प्राथमिकता के आधार पर कौन की योजना की जरूरत है उसी ग्रामीण से पूछेंगे। 25 जनवरी से अगस्त माह तक चलने वाली इस योजना अभियान में तकरीबन 36 करोड़ रूपये खर्च करने का लक्ष्य है। डीआरडीए मनरेगा के परियोजना अर्थशास्त्री मनोज कुमार ने बताया कि एनवाईके कर्मी गांव में मनरेगा के लिए जागरूकता फैलाने के साथ साथ विभागीय निर्देशों का पालन करेंगे।
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