अररिया : अदालत परिसर स्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार में बुधवार को लोगों के स्वास्थ्य, उपचार एवं सेवा विषय पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं ने मौजूद लोगों को इस ओर जागरूक होने के लिए विस्तृत प्रकाश डाला। जागरूकता शिविर की अध्यक्षता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम उमेश चन्द्र मिश्रा ने की। इस अवसर पर फास्ट ट्रैक कोर्ट तृतीय के न्यायाधीश वाईएन लाल श्रीवास्तव ने सरकार द्वारा जनहित में मुहैया कराये गये स्वास्थ्य सुविधा की चर्चा करते हुए लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। वहीं प्राधिकार के सचिव सह सब जज अजीत कुमार सिंहा ने इस शिविर की महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मुहैया करायी गयी सुविधा को आम लोगों को उपयोग करना चाहिये। खासकर उन्होंने इण्डियन कल्चर की चर्चा करते हुए कहा कि हर गांव, प्रखंडों में सरकारी अस्पताल तो खोले गये है, बावजूद गर्भवती महिलायें व छोटे बच्चे के साथ हो रही असायिक घटनायें ज्यादा हैं। जब कि इस सुविधा का लाभ लेने से बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। इसलिये हर लोगों को स्वास्थ्य उपचार लाजमी है।
एडीजे प्रथम श्री मिश्रा ने नीम, हकीम खतरे जान की चर्चा करते झोला छाप डाक्टरी से सचेत होने पर प्रकाश डाला तथा सरकारी स्वास्थ्य सुविधा के प्रति लोगों को जागरूक किया। अधिवक्ता मो. अकरम हुसैन ने महिलाओं की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश, सीजेएम सत्येन्द्र रजक, मुंसिफ रवि कुमार, समेत अन्य न्यायिक दंडाधिकारी व अधिवक्ता वीणा झा, रीता घोष, प्रभा कुमारी, पूनम कुमारी, सुधा कुमारी, विनोद प्रसाद, एलपी नायक, संघ के सचिव अमर कुमार व चिकित्सक मो. माईन आदि ने अपने विचारों को रखे।
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