Saturday, January 22, 2011

प्रकाशोत्सव पर याद किए गये गुरु गोविंद सिंह


रेणुग्राम(अररिया) : फारबिसगंज प्रखंड के हलहलिया स्थित गुरुद्वारा में शुक्रवार को गुरू गोविन्द सिंह की 344वीं जयंती प्रकाशोत्सव के रूप में मनायी गयी। इस अवसर पर गुरूद्वारा में गुरुग्रंथ साहिब का अखंड पाठ, शबद कीर्तन एवं लंगर का आयोजन सबके आकर्षण का केंद्र बना रहा।
कार्यक्रम में दिल्ली से आये ज्ञानी दर्शन सिंह व अन्य सिख विद्वानों द्वारा गुरु गोविन्द सिंह के जीवन व कृतित्व समेत खालसा पंथ के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। हलहलिया के समाजसेवी परमानंद यादव ने मौके पर कहा कि यहां गुरुद्वारे की स्थापना व मुसहर जाति के लोगों द्वारा सिख पंथ अपनाने के बाद से सामाजिक संबंधों की नयी कहानी लिखी जा रही है। इस अवसर पर ज्ञानी नरेन्द्र सिंह, वीरेन्द्र सिंह, पिंटू भगत, भिखारी मंडल, सरदार दिनेश सिंह, सिकंदर यादव, अर्जुन सिंह, प्रमोद सिंह, शिव नारायण सिंह, केशर सिंह आदि ने खूब सक्रियता दिखायी।
प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय आयोजन समारोह को को लेकर गुरुद्वारा की विशेष साज-सज्जा की गयी थी।
विदित हो कि हलहलिया गांव में बड़ी संख्या में महादलित (मुसहर) समुदाय के लोगों ने समाजिक बराबरी के जज्बे से प्रेरित होकर सिख पंथ को स्वीकार किया है।

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