फारबिसगंज(अररिया) : करीब तीन वर्ष पूर्व हुए बहुचर्चित अरूण गोलछा हत्याकांड में मृतक के भाई उद्योगपति मूलचंद गोलछा ने पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जाहिर किया है। पुलिस की शिथिलता के खिलाफ श्री गोलछा ने दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक को एक आवेदन प्रेषित किया है जिसमें उन्होंनें हत्या के अप्राथमिक अभियुक्तों से उनके परिवार के सदस्यों पर जान का खतरा बताया है। रविवार को फारबिसगंज में आवेदन की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस की शिथिलता से अनुसंधान भी प्रभावित हो रहा है। आवेदन में कहा गया है कि गोलछा हत्या कांड के अप्राथमिकी अभियुक्त फारबिसगंज के पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण मेहता तथा नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन अरविंद यादव को जिला पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। जिस कारण उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। इस आरोप के आधार में कहा गया है कि पूर्णिया डीआइजी तथा अररिया एसपी के निर्देश के बाद काफी विलंब से दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु नरपतगंज थाना द्वारा 28 दिसंबर 2010 को माननीय न्यायालय में अधिपत्र याचिका दाखिल की गयी और मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने उसी दिन 28 दिसंबर गिरफ्तारी हेतु अधिपत्र(सम्मन) निर्गत करने का आदेश पारित कर दिया था। लेकिन अनुसंधानक द्वारा उक्त आदेश को जानबूझकर समय पर प्राप्त नहीं किया गया। आवेदन में कहा गया है कि जब उनके द्वारा (मूलचंद गोलछा) 11 जनवरी को उक्त अधिपत्र जारी करने के आदेश की प्रमाणित प्रति प्राप्त करने हेतु आवेदन दिया गया तो आनन फानन में कांड के अनुसंधानक द्वारा 12 जनवरी को अधिपत्र प्राप्त किया गया। वरीय पुलिस पदाधिकारियों के आदेश के बावजूद अभियुक्तों की गिरफ्तारी में पुलिस द्वारा शिथिलता बरती गयी। अभियुक्तों का खुलेआम पुलिस पदाधिकारियों से मिलना भय का माहौल पैदा करने जैसा है। जिससे उनके परिवार की सुरक्षा को खतरा लगने लगा है। श्री गोलछा ने कहा कि मामले को लेकर वरीय पुलिस पदाधिकारियों से मिलकर स्थिति से अवगत कराया जायेगा।
0 comments:
Post a Comment