फारबिसगंज(अररिया),जासं: नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती गांवों में सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी आलू की फसल को झुलसा रोग से भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में लगी आलू की फसल झुलस गयी है। जिससे उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका है। मामले को लेकर सोनापुर पंचायत के ग्रामीणों ने कृषि पदाधिकारी सहित जिला पदाधिकारी को आवेदन प्रेषित किया है।
किसानों ने बाजार से कीटनाशक दवा खरीदकर फसल में उपयोग किया था जिसके बाद भी फसल को बचाया नहीं जा सका। सोनापुर पंचायत सहित आसपास के पंचायतों के किसानों ने बैंकों तथा आमजनों से कर्ज लेकर आलू की खेती की थी। फसल के नुकसान होने से कई किसान के कंगाली के कगार पर पहुंच जाने की संभावना है। सोनापुर पंचायत के जिमराही गांव निवासी मनोज यादव, रामऔतार यादव, जनार्दन यादव, अवध लाल पंडित, सुधीर कुमार चौधरी, दलाई ऋषिदेव, जयप्रकाश मेहता, अशोक यादव, भुपेन्द्र यादव, भोजराज यादव, विंदेश्वरी यादव, गयानंद मंडल, परमानंद मंडल, ईश्वर मंडल सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि सीसी लोन तथा महाजनों से कर्ज लेकर आलू की खेती की थी। लेकिन झुलसा रोग ने सब कुछ निगल लिया। फसल को क्षति पहुंचने से वे लोग आर्थिक रूप से बर्बाद हो गये हैं।
मुख्यमंत्री को प्रेषित आवेदन के मुताबिक करीब एक करोड़ रुपये की दो सौ एकड़ में लगी आलू फसल बर्बाद होने की आशंका है। किसानों ने बताया कि वे लोग भूखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं। घर में बेटियों की शादी, विवाह तक बाधित हो रही है।
इधर प्रेषित आवेदन में कहा गया है कि फारबिसगंज, बथनाहा, सोनापुर की दुकानों से कीटनाशक इंडोफिल, मेटकों, इंडोफिल एम 45, ट्राइगास जैसे रासायनिक दवाओं के प्रयोग के बावजूद फसल को नुकसान पहुंचा है। जिस कारण कीटनाशकों के गुणवत्ता खराब होने की संभावना जतायी जा रही है। इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी से प्रतिक्रिया लेने के लिए संपर्क स्थापित नहीं हो सका।
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