अररिया, संवाद सूत्र.: स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना जिले में विफल साबित हो रही है। प्रत्येक वित्तीय वर्ष में दिए गए लक्ष्य के विरुद्ध कभी भी वित्त पोषण पूर्ण नहीं किया जा सका है। चालू वित्तीय वर्ष के नौ माह बीत गए हैं, परन्तु उपलब्धि मात्र सोलह फीसदी है। डीएम के सख्त निर्देश के बावजूद बैंक अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं ला रहा है। चालू वर्ष में एसजीएसवाई योजनान्तर्गत 362 स्वयं सहायता समूहों को वित्त पोषित किया जाना है। लेकिन अब तक सिर्फ 57 समूह को इसका लाभ मिला है। नवंबर माह तक तैयार किए गए रिपोर्ट पर गौर किया जाए तो 2010-11 के माह नवंबर तक 1906 समूहों को परिक्रमी निधि का लाभ दिया गया, जिसमें से 846 समूहों को द्वितीय ग्रेडिंग दिया गया। एसजीएसवाई के तहत डीआरडीए को 931.94 लाख प्राप्त है, जिसमें मात्र 156.66 लाख रुपये ही खर्च किए गए। कागजी रिपोर्ट के अनुसार 362 के विरुद्ध 364 आवेदन बैंक भेजे गये, जिसमें अब तक मात्र 76 आवेदन स्वीकार किया तथा 57 एसएसजी को वित्त पोषित किया गया।
सरकार एकतरफा इंदिरा आवास योजना जैसे कई काम स्वयं सहायता समूह के द्वारा कराने की योजना बना रही है। वहीं जिला प्रशासन समूह को वित्त पोषित करने में काफी पीछे चल रही है। जिले में अब तक डीआरडीए रिपोर्ट के अनुसार 2774 समूह गठित हैं, जिसमें ग्रेड वन की राशि 1906 समूह को तथा 848 को ग्रेड टू का लाभ दिया जा चुका है।
नौ प्रखंडों में सबसे बदत्तर स्थिति नरपतगंज, भरगामा की है जहां मात्र एक-एक समूह का वित्त पोषित किया गया है। जोकीहाट तथा पलासी भी कोई खास उपलब्धि हासिल नहीं कर पाया है।
नवम्बर 2010 तक की उपलब्धि रिपोर्ट
प्रखंड भौतिक लक्ष्य स्वीकृत आवेदन वितरित
अररिया 56 24 20
जोकीहाट 32 8 6
पलासी 35 6 6
सिकटी 24 12 11
कुर्साकांटा 15 8 7
रानीगंज 49 6 0
फारबिसगंज 76 10 5
नरपतगंज 52 1 1
भरगामा 23 1 1
कुल 362 76 57
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