भरगामा (अररिया) : शुद्ध पेयजल हेतु भरगामा प्रखंड मुख्यालय में पानी टंकी का निर्माण तो किया गया पर वषरें बाद भी लोगों का शुद्ध
पेयजल का सपना अधर में लटका है। क्षेत्र के लोग लौह युक्त पानी पीने को विवश हैं। जिससे क्षेत्र के लोग अल्सर, चर्म रोग, लीवर संबंधी बीमारी की चपेट में आने को विवश हैं।
नाबार्ड के सहयोग से प्रखंड मुख्यालय में 17.01.07 को पानी टंकी निर्माण कार्य संपन्न किया गया। मुख्यालय से दक्षिण आदिरामपुर पंचायत अंतर्गत सुकैला हाट एवं उत्तर काली मंदिर ब्राह्माण टोला तक पाईप भी बिछाया गया एवं चौराहे पर नल का चबुतरा भी बनाया गया लेकिन उद्धाटन से पहले वह जर्जर भी बन चुका है। ब्राह्माण टोला निवासी खेमस के सचिव शंभू झा कहते हैं कि लाखों रुपये की लागत से बना पानी टंकी वर्षो बाद भी चालू नहीं हो पाया है। चन्द्रानंद चाणक्य ने बताया कि क्षेत्र के गरीब गुरबों एवं सभी वर्ग के लोगों को पानी टंकी निर्माण से आस जगी कि अब उन्हें आयरन युक्त पानी से मुक्ति मिलेगी। मगर यह सपना अधूरा रह गया।
क्या कहते हैं डाक्टर :
डा. सुखी रावत कहते हैं कि
लौह युक्त पानी पीने से क्षेत्र के लोगों को चर्म रोग, अल्सर, लीवर संबंधी बीमारी हो रहे हैं। यहां के पानी में बहुत ज्यादा मात्रा में आयरन है।
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