जोकीहाट (अररिया) : जोकीहाट के दर्जनों किसानों ने एक फसला भूमि निबंधन की जटिल प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग की है। किसानों का कहना है कि जोकीहाट बाढ़ग्रस्त इलाका है। चार फरवरी को जमीन एक फसला है। चार फरवरी को निर्गत आदेश के तहत एक फसला जमीन निबंधन की प्रक्रिया काफी जटिल हो गई है। परिणास्वरूप जोकीहाट निबंधन कार्यालय में भूमि निबंधन में काफी कमी आई है। किसानों में अब्दुल जलील, मुजाहिदुल इस्लाम, इरफान, यासीन आदि किसानों ने बताया कि 22 फरवरी को जिला पदाधिकारी एम. सरवणन को सैकड़ों किसानों द्वारा हस्ताक्षरित आवेदन भेजकर एक फसला जमीन निबंधन की प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग की गई थी लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही हुई।
दस्तावेजनवीस संघ के अध्यक्ष हबीबुर्रहमान व सचिव शिवनाथ ने बताया कि एक फसला जमीन की रजिस्ट्री के लिए सीओ का जांच प्रतिवेदन अनिवार्य बना दिया गया है। सीओ के जांच प्रतिवेदन में काफी देरी होती है तब तक जरूरतमंद लोगों का काम जमीन रहते बाधित हो जाता है। शादी, बीमारी एवं बच्चों की पढ़ाई जैसे महत्वपूर्ण कार्य समयानुसार नही हो पाता है। निबंधन में भी पिछले वर्ष के दो महीने की तुलना में इस वर्ष साठ प्रतिशत की कमी आई है। किसानों ने डीएम एम. सरवणन से सीओ के बदले निबंधन पदाधिकारी से एक फसला भूमि जांच कराने की मांग की है ताकि जल्द जमीन का क्रय विक्रय हो सके।
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