Monday, April 30, 2012

जान जोखिम में डालकर स्टेशन जाने को विवश यात्री

अररिया : चांदी से अररिया कोर्ट स्टेशन जाने वाली सड़क वर्षो से जर्जर है। जान जोखिम में डालकर यात्री स्टेशन जाने को विवश हैं। प्रतिदिन छोटी बड़ी वाहन दुर्घटनाएं होना आम बात हो गयी है। इस सड़क पर पैदल सफर करने वाले मुसाफिर भी अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हैं। फोर लेन से लेकर नहर एवं ब्लाक तक तो इसका बहुत ही बुरा हाल है। जब से बड़ी लाइन बनी है लंबी दूरी का सफर करने वाले ग्रामीण एवं इस सड़क पर चलने वाले तीन पहिया वाहन टेम्पों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। कोलकता एवं पटना, दिल्ली जाने वाले मुसाफिर कहते हैं कि स्टेशन सही सलामत पहुंच गये तो समझिए कि अगली यात्रा सुरक्षित है। इसी सड़क के बगल में कृषि विभाग, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्रखंड एवं अंचल कार्यालय, आंगनबाड़ी कार्यालय, प्रखंड स्तरीय शिक्षा कार्यालय, कृषि फार्म एवं कृषि विज्ञन केंद्र का कार्यालय है। इतना ही नहीं इस सड़क से अररिया प्रखंड एवं रानीगंज प्रखंड के दर्जनों पंचायत जुड़े हैं। बावजूद इसके इस सड़क को देखने वाला कोई नहीं है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि जिला में एमपी, एमएलए मंत्री एवं पदाधिकारी भी गाड़ी पकड़ने स्टेशन इसी जर्जर सड़क से आते हैं। लेकिन पता नहीं उन्हें अपनी लग्जरी गाड़ी से सड़क की जर्जरता न तो दिखती है और न ही महसूस होती है।

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