नरपतगंज (अररिया) : नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में बालश्रम उन्मूलन अधिनियम अभियान पूरी तरह विफल हो गया। इस कारण स्कूलों के जगह होटलों में नौनिहालों का बचपन बीत रहा है। इन बच्चों को जिन की उम्र हाथ में स्लेट, पेंसिल एवं किताबे होनी चाहिए थी आज उनके हाथों में जूठे बर्तन उठाने पड़ते है। इसके कारण जानने के लिए जागरण टीम पहुंची तो उन बच्चों के माता-पिता बेहद गरीब है इस कारण उनकी स्थिति यह है। आज के आधुनिक युग में भी शिक्षा से दूर हटकर काम करने को मजबूर बच्चे होटले, गैराजो, ईट भट्टों, दर्जी के दुकान में बरम लगाते आसानी से देखे जा सकते है। सरकार के लाख प्रयास के बावजूद अधिकारियों की लापरवाही से बाल श्रम उन्मूलन की कार्रवाई को ग्रहण लग गया है।
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