सिकटी(अररिया),संसू: प्रखंड के बोकंतरी पंचायत का गढहकाट गांव आजादी के बाद से अब तक अविकसित रहते हुए सड़क विहीन होकर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। बाढ़ के पानी से खंडित सड़कें पगडंडियों का स्वरूप ले चुकी है तो गांव के बगल से बहने वाली धारा ने मुख्य सड़क पर रेतनुमा कुंड बना दिया है।
गांव की भौगोलिक स्थिति इसे प्रखंड मुख्यालय एवं किसी भी तरफ से मुख्य सड़क नहीं जोड़ सकी है। एक रास्ता जो सैदाबाद होकर सिकटी विलायती बाड़ी पथ को छूती है कटान से पगडंडी का शक्ल ले रखा है। दूसरी सड़क पनभिजुआ होकर डोम सड़क में मिलती है जो पुरानी मरिया धार के निकट कुंड का रूप ले रखा है। बरसात के दिनों में इस गांव में बीमारियों का इलाज भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है। क्योंकि गांव से बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। इस बाबत वहां के कई ग्रामीण जिन्होंने नाम नहीं छपने के शर्त पर बताया कि पंचायती राज के स्थानीय प्रतिनिधि वोट की राजनीति के तहत इस इलाके में कोई काम नहीं कर रहे है। मात्र पंचायत के विकास की रोशनी पनभिजुआ तक ही आता है। वहीं मुखिया प्रतिनिधि निर्मल मंडल ने बताया कटान की समस्या एवं बड़े पुल का निर्माण पंचायतों के उपलब्ध संसाधन से कतई संभव नहीं हो सकता है। इसके बावजूद छोटे छोटे कई कार्य किये गये है। सबसे अहम बात यह है कि बोकंतरी पंचायत में पड़ने वाला यह गांव पूर्व विधायक मुरलीधर मंडल का गृह पंचायत भी है। इसके बावजूद गांव की हालत..। इतना ही वर्ष 2001 से 2006 तक इसी गांव में मुखिया भी रहे फिर भी..। बहरहाल इस गांव को किसी उद्वारक की तलाश है जो इसे विकसित करने का काम करें।
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