फारबिसगंज (अररिया),जासं.:आदर्श मध्य विद्यालय से एमडीएम का चावल बेचने के मामले में सीआरसी समन्वयक भी जांच के घेरे में आ गए हैं। ढोलबज्जा स्थित आदर्श मध्य विद्यालय संकुल संसाधन केन्द्र भी है। इस सीआरसी के समन्वयक विकास मेहता पर भी बीडीओ द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। समन्वयक श्री मेहता पर आरोप है कि विद्यालय का एमडीएम चावल बेचने के प्रयास करने में उन्होंने प्रधानाध्यापक कपिल कुमार सिंह के साथ मिली भगत की है। घटना के बाद से समन्वयक श्री मेहता को पुलिस तलाश रही है। वे फरार बताए जाते हैं। जबकि आरोपी प्रधानाध्यापक ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
इधर, विद्यालय के उस गोदाम की जांच अभी तक नहीं की जा सकी है जिसमें एमडीएम का चावल रखा हुआ है। गोदाम में विद्यालय प्रबंधन के द्वारा ताला मारकर रखा गया है। जिस कारण पदाधिकारी के वहां पहुंचने के बावजूद गोदाम की जांच नहीं हो सकी। फारबिसगंज के बीईओ चंदन प्रसाद ने बताया कि विद्यालय को अक्टूबर से दिसम्बर तक का चावल का आवंटन हाल में ही किया गया था। विद्यालय को तीन माह के लिए करीब 83 क्विंटल चावल उपलब्ध कराया गया था। गोदाम की जांच के बाद स्थिति और भी स्पष्ट होगी। विद्यालय में जुलाई माह से पका-पकाया भोजन भेजा जाता है बल्कि यहां रसोइया द्वारा भोजन बनाने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि कपिल सिंह द्वारा अन्य विद्यालय से चावल लेने या देने की सूचना उन्हें नहीं दी गयी है। जिसका प्रधानाध्यापक ने जिक्र किया है।
आदर्श मध्य विद्यालय सीआरसी के अधीन 17 प्राथमिक तथा मध्य विद्यालय है जिसके समन्वयक विक्रम मेहता हैं। श्री मेहता पर एमडीएम खाद्यान्न में घपला करने के आरोप लगाने के बाद अन्य विद्यालयों में एमडीएम खाद्यान्न की व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगा है। चावल उपलब्ध कराये जाने वाले सीआरसी के शेष विद्यालयों में भी बच्चों के चावल में घालमेल किए जाने के भावना बन गयी है। बीईओ चंदन प्रसाद ने माना कि अन्य विद्यालयों में भी जांच की जरूरत है। आगामी 20 दिसम्बर से विद्यालयों में सघन जांच अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय शिक्षा समिति के भंग होने के बाद विद्यालय के ही प्रधानाध्यापक तथा एक अन्य शिक्षक को मिलाकर दो सदस्यीय तदर्थ समिति बनायी गयी है। इस हिसाब से तदर्थ सचिव की भूमिका भी जांच के दायरे में होगी।
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