अररिया, संसू: भ्रष्टाचार के विरूद्ध सरकार द्वारा अभियान चलाये जाने के बावजूद अधिकारियों व कर्मियों की कार्यशैलीे में बदलाव नहीं आ पाया है। हालांकि अररिया में जिला प्रशासन अनियमितताओं पर रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद कर्मी मौके की तलाश में ही रहते हैं।
जानकारों के अनुसार हाल में मैट्रिक वेतनमान में प्रोन्नत 187 शिक्षकों के स्थानांतरण में भरपूर मनमानी की गयी है। हालांकि जिला शिक्षा पदाधिकारी दिलीप कुमार ने स्थानांतरण में पूरी तरह नियमों का पालन किये जाने का दावा किया है।
22 वर्ष की लंबी अवधि के बाद जिला शिक्षा स्थापना समिति द्वारा 27 नवंबर को 187 शिक्षकों को मैट्रिक प्रशिक्षित वेतनमान में प्रोन्नति के बाद सबों को विद्यालय आवंटित कर दिया गया है। डीएम एम सरवणन ने स्थानांतरण में स्वयं पारदर्शिता बरते जाने की हिदायत दी थी। बावजूद चहेते शिक्षकों को मनमाफिक जगहों पर पोस्टिंग कर दी गई। प्राय: प्रमोशन के बाद सरकारी कर्मचारियों को दूसरे जगहों पर स्थानांतरण कर दिया जाता है। किंतु यहां दर्जन भर से ज्यादा प्रोन्नतिप्राप्त शिक्षकों को जिस गांव, जिस पंचायत एवं जिस स्कूल में थे वहीं के वहीं रख दिया गया। प्रोन्नति के बाद निर्गत सूची पर गौर किया जाये तो कई खामियां नजर आ रही है।
स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान वेतनमान के अरूण कुमार सिंह आदर्श मवि हसनपुर में, मो. दाउद उमवि गैयारी, अब्दुल कुद्दुस उमवि फुलपुर बारा, प्रदीप कुमार उमवि हिंगना, विजय कुमार रंजन उमवि मिल्की डुमरिया में ही छोड़ दिया गया। जबकि कला वेतनमान में प्रोन्नत मो. सुलेमान उमवि धापी में, दिन दयाल दास उमवि चरैया, सुदर्शन उमवि कटफर, अजय कुमार अरोड़ा उमवि जमुआन, राजेन्द्र पासवान उमवि पोखरिया, राज कुमार रजक उमवि भटवार, तालेश्वर मरांडी उमवि बेला, को पूर्व के पदस्थापन स्कूल में ही छोड़ दिया गया। जबकि गंगा प्रसाद मंडल को बहंगी के प्रावि से हटाकर मवि डुमरिया के मो. ऐनुल हक को प्रावि से उमवि, कसैला के मो. अशफाक को उमवि से उकमवि बोची के मो. दाउद को उकमवि से हटाकर उमवि बोची, मो. जुन्नुन मिश्री को प्रावि से हटाकर उमवि महजाली ही दे दिया गया। ऐसे और कई शिक्षकों के नाम है जिनका जिला शिक्षा विभाग ने पूरा ख्याल रखते हुए मनचाहे स्थान पर पदस्थापन किया है। इस संबंध में डीएसई अहसन ने कहा है कि नियमानुसार प्रशिक्षण व वरीयता को ध्यान में रखते हुए पोस्टिंग डीएम द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी के समक्ष की गयी है।
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