Monday, December 13, 2010
पीआरआई सशक्तीकरण में प्रशासन रहा विफल
अररिया,जाटी: लंबे अरसे बाद सोमवार को डीआरडीए सभा भवन में जिला परिषद सदस्यों की बैठक जिला परिषद अध्यक्ष शगुफ्ता अजीम की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। बैठक की शुरूआत गत 30 जून को हुई बैठक की संपुष्टि विषय पर चर्चा के साथ हुई। बैठक में दर्जन भर अधिकारियों की अनुपस्थिति पर जिला परिषद सदस्यों के अलावा जिप अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि ने भी काफी आक्रोश व्यक्त किया। इसके अतिरिक्त लगातार बैठकों से अनुपस्थित अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई करने के लिए सरकार को स्मार पत्र भेजने का निर्देश जिला परिषद के अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी को दिया गया। बैठक के दौरान श्रीमती अजीम ने कहा कि पिछले चार वर्ष नौ माह का अधिकांश समय शोर शराबा में बीत गया है। जनहित में लिये गये निर्णयों का अनुपालन किया जाना अधिकारी गण मुनासिब नहीं समझ रहे है। पंचायती राज व्यवस्था को पुरजोर तरीके से लागू करने पर उन्होंने कहा कि 218 पंचायतों में कहीं भी ग्राम सभा सुचारू रूप से संचालित नहीं करायी जा रही है। उन्होंने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था में काफी गिरावट है। सदन के द्वारा बार बार निर्देश देने के बावजूद सुधार नहीं किया जा रहा है। जिप सदस्यों ने फारबिसगंज रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डा. अजय द्वारा सरकारी आवास में निजी क्लिनिक चलाने, जोकीहाट रेफरल अस्पताल प्रभारी के लगातार अनुपस्थित रहने, पलासी पीएचसी प्रसव गृह निर्माण अब तक पूरा नहीं होने, फारबिसगंज स्वास्थ्य केंद्र के मुद्दे पर सवाल खरा किया तथा सदर अस्पताल समेत जिले के तमाम अस्पताल में बीते कई वर्ष कई वर्षो से जमे हुए कर्मियों के स्थानांतरण नहीं करने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। जिप अध्यक्ष ने सिविल सर्जन को दो टूक में निर्देश देते हुए कहा कि तमाम शिकायतों को दूर करें तथा गत जून में किये गये ट्रांसफर की सूची शीघ्र उपलब्ध कराये। वहीं उन्होंने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को एक सप्ताह के भीतर ग्राम सभा सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
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